अलीगढ़: भीड़ ने पीटा, लेकिन जांच में गाय का मांस नहीं मिला

अलीगढ़ के अलहदादपुर गांव से हाल ही में एक मामला सामने आया, जहां 4 मुस्लिम युवकों पर शक था कि वो गाय का मीट लेकर जा रहे हैं और इसी के चलते उनके साथ बेरहमी से मारपीट की गई थी. हालांकि, अब जांच के बाद सामने आया है कि वो मीट गाय का नहीं था.
अलीगढ़ में युवकों के साथ हुई मारपीट की घटना के बाद पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड में है. ADM सिटी अमित कुमार भट्ट ने बताया कि लंबी जांच रिपोर्ट में पाया गया कि मीट गाय का नहीं था. व्यापारियों से मिले मीट के चार नमूने जांच के लिए मथुरा भेजे गए थे. जांच में पाया गया कि मीट भैंस का था. एडीएम सिटी ने कहा कि भ्रामक स्थिति ना रहे इसके लिए संचालकों के माध्यम से डेडीकेटेड गाड़ी से लाइसेंस धारकों को मीट पहुंचने का काम किया जाएगा.
पुलिस ने क्या कहा?
डेडीकेटेड वाहन इंसुलेटिड भी रहेंगे और वाहन का नंबर पुलिस और खाद्य औषधि विभाग के पास रहेगा, इससे दोनों विभाग अलर्ट रहेंगे और गाड़ी के नंबर से जांच-पड़ताल करने में आसानी रहेगी. ऐसे हालात दोबारा पैदा न हो, इसी को लेकर ADM सिटी अमित कुमार भट्ट ने कहा, पहले से ही लाइसेंस धारकों को फैक्ट्री से मीट दिया जाता था अब इन पर और निगरानी की जाएगी.
क्या है पूरा मामला?
हाल ही में अलहदादपुर से मामला सामने आया था, जहां 4 युवकों पर प्रतिबंधित मीट ले जाने का शक किया गया था और इसी शक के आधार पर इन युवकों के साथ बेरहमी से मारपीट की गई थी. हालांकि, इन लोगों के साथ जब मारपीट की जा रही थी और यह लहूलुहान हो गए, तभी बीच में पुलिस आ गई और पुलिस ने व्यापारियों को बचाया. इसी के बाद हमलावर और पीड़ित दोनों पक्षों की तरफ से थाना हरदुआगंज में मुकदमा दर्ज कराया गया. इसी के बाद पुलिस ने मारपीट करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने अब तक विजय कुमार गुप्ता, विजय बजरंगी, लवकुश को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही 27 मई को एक और आरोपी भानु प्रताप उर्फ भूरा को भी गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि, चारों घायल व्यापारी अभी मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं.
जांच में क्या-क्या खुलासा हुआ?
इस मामले की जांच की जा रही है. जहां जांच में बड़ा खुलासा हुआ कि मीट गाय का नहीं था. वहीं जांच में यह भी खुलासा हुआ है कियुवक मीट व्यापारी थे और उनके पास वैध लाइसेंस भी था. वो अल-तबारक नाम की मीट फैक्ट्री से मीट ला रहे थे. उनके पास से फैक्ट्री की रसीद भी मिली.