एएमयू में मनाया राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस
अलीगढ़। अमुवि के मेडिसिन संकाय के डीन प्रो. राकेश भार्गव को राष्ट्रीय चिकित्सका दिवस के अवसर पर उनकी चिकित्सा सेवाओं के लिये नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में इकोनॉमिक टाइम्स द्वारा इंस्पायरिंग पल्मोनोलॉजिस्ट अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उन्हें बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय द्वारा प्रदान किया गया।
एक पल्मोनोलॉजिस्ट के रूप में, प्रो राकेश भार्गव ने एक इंटरैक्टिव सम्मेलन में भाग लिया और डॉक्टरों के समक्ष आने वाली चुनौतियों, सरकार द्वारा उठाए गए कदमों और नवीनतम विकास के बारे में चर्चा की।
उल्लेखनीय है कि प्रसिद्ध चिकित्सक और स्वतंत्रता सेनानी डॉ. बिधान चंद्र राय के जन्मदिन पर देश में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया जाता है। इस बीच जेएनएमसी के प्लास्टिक सर्जरी विभाग में डॉक्टर्स डे समारोह को संबोधित करते हुए विभाग के अध्यक्ष प्रो. मुहम्मद यासीन ने कहा कि डॉक्टर हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जीवन बचाने के लिए उनका समर्पण और जुनून उन्हें हमारे समाज का एक वास्तविक नायक बनाता है। समारोह में जेएनएमसी के विभिन्न विभागों के डॉक्टरों, रेजिडेंट डॉक्टरों, मेडिकल छात्रों और पैरामेडिकल स्टाफ ने भाग लिया। इस अवसर पर प्रो. यासीन ने अन्य शिक्षकों के साथ प्रो. अरशद हफीज खान (पूर्व अध्यक्ष, प्लास्टिक सर्जरी विभाग) को बधाई दी, जो हाल ही में सेवानिवृत्त हुए थे।
प्रोफेसर हफीज ने कहा कि मुझे खुशी है कि स्वास्थ्य विभाग ने मुझे निस्वार्थ रूप से मानवता की सेवा करने और जेएनएमसी में मरीजों की मदद करने और उनकी पीड़ा को कम करने का अवसर दिया है।
प्रो. इमरान अहमद ने डॉक्टरों की भूमिका और महत्व पर चर्चा करते हुए बताया कि कैसे डॉक्टर महामारी के दौरान अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की जान बचाने के लिए लगातार काम कर रहे थे।
डॉ मुहम्मद फहद खुर्रम ने कहा कि यह डॉक्टरों के निस्वार्थ कार्य, दृढ़ नेतृत्व और रोगियों को राहत देने के समर्पण और उनके दृढ़ संकल्प का जश्न मनाने का दिन है। वहीं डॉ. जेडए डेंटल कॉलेज में मास्टर ऑफ डेंटल सर्जरी (एमडीएस) कर रहे छात्रों को ‘कोविड-19 वारियर’ सर्टिफिकेट से नवाजा गया। प्रिंसिपल प्रोफेसर आरके तिवारी ने कहा कि प्रमाण पत्र प्राप्त करने वालों में फरहीन खानम (पीरियोडॉन्टोलॉजी), शुभम (पीरियोडॉन्टोलॉजी), ऐश्वर्या जी (ऑर्थोडॉन्टिक्स), नबीला इब्राहिम (ऑर्थोडॉन्टिक्स), प्रांशु वार्ष्णेय (पेडोडोंटिक्स) मैरीमुथु पी (ओरल एंड मैक्सिलोफेशियल सर्जरी), रिजवान अहमद (ओरल एंड मैक्सिलोफेशियल सर्जरी), वसीम अहमद (ओरल एंड मैक्सिलोफेशियल सर्जरी), अबिरामी एस (प्रोस्थोडॉन्टिक्स), शिवानी यादव (प्रोस्थोडॉन्टिक्स), लावन्या ए (कंजर्वेटिव डेंटिस्ट्री) लैंगदोह (कंजर्वेटिव डेंटिस्ट्री) , नीलोफर (पीरियोडॉन्टोलॉजी), एस आलम खरबुली (पीरियोडॉन्टोलॉजी), सुमैरा परवीन (पीरियोडॉन्टोलॉजी), सलमान अंजुम (ऑर्थोडॉन्टिक्स), उषा नंदनी (ऑर्थोडोंटिक्स), सना फातिमा, फायजा जमील (बाल रोग), अनु प्रिया एल (ओरल एंड मैक्सिलोफेशियल सर्जरी), कामरान अहमद जैदी (ओरल एंड मैक्सिलोफेशियल सर्जरी), ज़ेबा नाज़ (प्रोस्टोडॉन्टिक्स), इस्मत फातिमा (कंज़र्वेटिव डेंटिस्ट्री) और शर्मिला एस (कंज़र्वेटिव) शामिल हैं।
महामारी के दौरान उनकी सेवाओं के लिए प्रोफेसर तिवारी को भी सम्मानित किया गया।
डॉक्टर्स दिवस कार्यक्रम के आयोजन अध्यक्ष प्रो. एन डी गुप्ता ने कहा कि 53 से अधिक रोगियों ने हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से डॉ. जेडए डेंटल कॉलेज के डॉक्टरों को धन्यवाद दिया। मरीजों ने फैकल्टी सदस्यों के साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं।
कार्यक्रम की मुख्य समन्वयक प्रोफेसर नेहा अग्रवाल ने कहा कि कड़ी मेहनत, लंबे काम के घंटे और व्यक्तिगत बलिदान डॉक्टरों को देवता बनाते हैं। आज हमें महामारी के दौरान उनकी मेहनत और प्रयासों की सराहना करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि कार्यक्रम समन्वयक डॉ अरबाब अंजुम, डॉ प्रमोद कुमार यादव और डॉ सैयद अमान अली ने याद किया कि किस प्रकार डॉक्टरों ने कोविड के दौरान कई मरीजों को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल दी थी। ऐसा करने में, डॉक्टरों ने देश को इस स्थिति से बाहर निकालने की जिम्मेदारी ली और वे काफी हद तक सफल रहे।
सीनियर रेजीडेंट डॉ सना शादाब और जूनियर रेजिडेंट डॉ ऐश्वर्या ने डेंटल क्लीनिक और अस्पतालों के प्रति उचित रवैया अपनाने का आह्वान किया।