राजधानी में अब तक 53 इंच बारिश
भोपाल । राजधानी फिर पानी-पानी हो गई है। शनिवार रात से जारी बारिश के बाद कई इलाकों में जलभराव हो गया। घरों में पानी भर गया तो सड़कें भी तालाब बन गई हैं। भोपाल में कलियासोत डैम, भदभदा और केरवा के फिर गेट खुल गए हैं। जिला प्रशासन ने डैम-नदी किनारों पर अलर्ट जारी किया है। लोगों को पानी में न उतरने की सलाह दी गई है। बारिश के चलते कई इलाकों में रातभर से बिजली गुल रही। भोपाल में अब तक 53 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। 24 घंटे में करीब 2 इंच पानी गिरा है। आज सुबह 8 बजे तक 1 इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई है।
चार दिन की राहत के बाद मानसून फिर से एक्टिव हो गया है। इसके चलते शनिवार रात से बारिश का सिलसिला शुरू हो गया, जो अभी तक जारी है। रुक-रुककर तेज बारिश हो रही है। इस कारण कोलार के अधिकांश इलाके जलमग्न हो गए हैं। ललिता नगर, नयापुरा की सड़कों से तो एक फीट तक पानी बह रहा है। मेन रोड पर भी जलभराव है। मंदाकिनी की कई गलियां जलमग्न हो गई हैं। अशोका गार्डन, छोला, हमीदिया रोड, करोंद, शिवनगर, बाग मुगालिया, बाग सेवनिया, बावडिय़ाकलां, आनंद नगर, इंद्रपुरी, सुभाष नगर, बाणगंगा, बैरागड़, नीलबड़, रातीबड़ आदि इलाकों में भी ऐसे ही हालात है।
वार्ड-78 स्थित करोंद के निचले इलाकों में पानी भरने से लोग रातभर सो नहीं सके। रविवार सुबह से वे घरों में भरे पानी को उलिचने में जुट गए। वार्ड के हफीज खान ने बताया, तेज बारिश के बाद 50 से ज्यादा घरों में पानी भर गया है। यहां पर सीवेज सिस्टम नहीं है। इस कारण यह हालात हर बार बनते हैं। बावजूद नगर निगम ध्यान नहीं देता, न ही जिम्मेदार समस्या को दूर कर रहे हैं।
बारिश के बाद सड़कें भी तालाब बन गई हैं। हमीदिया रोड, बाणगंगा, तुलसीनगर, ललितानगर, शिवनगर, बैरागढ़ आदि इलाकों में सड़कों पर एक फीट तक पानी भर गया है। इस कारण लोगों को गुजरने में परेशानी हो रही है। शनिवार रात में तेज हवा के साथ बारिश हुई। इस कारण राजधानी के कई इलाकों में बिजली गुल हो गई। कोलार डी सेक्टर अमरनाथ कॉलोनी के सभी एरिया की बिजली रात से ही गुल है। रविवार सुबह तक बिजली बंद रही।
कलियासोत डैम के गेट खुलने और नदी में तेजी से बहते पानी की वजह से दामखेड़ा और सर्मधा टोला के निचले इलाकों में फिर से खतरा बढ़ गया है। पिछले दिनों दोनों जगह 70 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया था। यदि कलियासोत नदी का लेवल बढ़ता है तो फिर से हालात गंभीर हो सकते हैं। फायर ऑफिसर पंकज खरे ने बताया, बारिश के बाद निचले इलाकों पर नजर रखी जा रही है। दामखेड़ा में नगर निगम कर्मचारी तैनात है। बारिश की वजह से शहर के हालात ठीक नहीं है तो गांवों में भी स्थिति बिगडऩे लगी है। आसपास के नदी-नाले उफान पर आने से कई गांवों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है। पड़रिया जाट, रतनपुर सड़क, डुंगरिया, जमुनिया में रास्ते बंद हो गए हैं।