लश्कर ए-तैयबा का सक्रिय आतंकी गिरफ्तार
नई दिल्ली । दिल्ली पुलिस ने लश्कर ए-तैयबा के सक्रिय मॉड्यूल के एक आतंकी को गिरफ्तार किया है। यह मॉड्यूल जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में सक्रिय है। अधिकारियों ने बताया कि आरोपी सेना का सेवानिवृत कर्मी है और उसने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार से हथियार तथा गोला-बारूद प्राप्त करने में सक्रिय भूमिका निभाई।
उन्होंने कहा कि आरोपी की पहचान कुपवाड़ा जिले के निवासी रियाज अहमद राथर के रूप में हुई है, जिसे रविवार को नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रियाज ने खुर्शीद अहमद राथर और गुलाम सरवर राथर के साथ मिलकर नियंत्रण रेखा पार आतंकी आकाओं से हथियार और गोला-बारूद प्राप्त करने में भूमिका निभाई।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर की जांच एजेंसियों से रविवार को जानकारी मिली थी कि रियाज अहमद राथर नाम का आतंकी उनके द्वारा हाल ही में भंडाफोड़ किए गए आतंकी मॉड्यूल मामले में वांछित है। जम्मू-कश्मीर की जांच एजेंसियों ने इस भंडाफोड़ में पांच लोगों को गिरफ्तार किया था और उनके कब्जे से पांच एके राइफल (छोटी), पांच एके मैगजीन और छोटी एके राइफल के 16 कारतूस सहित अन्य सामग्री बरामद की थी।
अधिकारी ने बताया कि ये हथियार और गोला-बारूद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में मौजूद लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी आकाओं-मंजूर अहमद शेख उर्फ शकूर (गबरा करनाह निवासी) और काजी मोहम्मद खुशाल (धन्नी करनाह निवासी) द्वारा भेजे गए थे।
उन्होंने कहा कि ये दोनों व्यक्ति सीमा पार से आतंकी मॉड्यूल चला रहे हैं। अधिकारी ने बताया सूचना मिली थी कि रियाज फरार है और तड़के नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि एक टीम गठित कर नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर तैनात कर दी गई, जिसने रियाज की पहचान की और उसे निकास द्वार संख्या-1 से भागने की कोशिश करने पर पकड़ लिया गया।
पुलिस ने बताया कि पूछताछ में खुलासा हुआ कि वह अपने दोस्त अल्ताफ के साथ जबलपुर से महाकौशल एक्सप्रेस में सवार हुआ था और शनिवार अपराह्न करीब तीन बजे हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पहुंचा था। अधिकारी ने बताया कि उन्होंने एक ऑटो-रिक्शा लिया और नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचे।
उन्होंने कहा कि रियाज किसी अन्य ठिकाने पर जाने वाला था। अधिकारी ने कहा कि ऐसा संदेह है कि रियाज ने खुर्शीद और गुलाम से हथियारों एवं गोला-बारूद की खेप प्राप्त की जिन्हें जम्मू-कश्मीर पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।