चुनाव से पहले भाजपा की सोशल इंजीनियरिंग
भोपाल । प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले शिवराज सरकार सोशल इंजीनियरिंग के फॉर्मूले पर सवार हो गई है। लाडली लक्ष्मी, कन्या विवाह, बुजुर्गों को तीर्थ दर्शन जैसी योजनाओं को नये सिरे से कैश कराने की तैयारी है। बीजेपी सरकार समाज के हर वर्ग को जोडऩे के लिए अब अपनी पुरानी योजनाओं को नये कलेवर में पेश करने वाली है। फिलहाल लाडली लक्ष्मी 0.2 का ऐलान तो वो कर ही चुकी है।सरकार ने लाडली लक्ष्मी योजना 0.2 की शुरुआत करने का ऐलान किया है। इसमें कॉलेज में दाखिला लेने वाली लड़कियों को 25000 की अतिरिक्त राशि सरकार देगी। इसके अलावा मुख्यमंत्री कन्या विवाह निकाह योजना में भी बदलाव कर दिया है। कन्या विवाह योजना में 55000 की मदद सरकार करेगी। कन्या विवाह योजना में 49000 का गृहस्थी का सामान और जरूरी उपहार दिए जाएंगे। बाकी 11000 रुपये चेक से दिए जाएंगे। इसकी शुरुआत 21 अप्रैल से हो रही है। इस दिन सामूहिक विवाह कार्यक्रम जनपद से लेकर जिला स्तर तक किए जाएंगे।
भव्य होंगे आयोजन
बुजुर्गों को तीर्थ दर्शन कराने वाली पुरानी योजना वो नये स्वरूप में चालने की तैयारी में है। 19 अप्रैल को भोपाल से बनारस के लिए ट्रेन रवाना की जाएगी। उसमें 1000 यात्रियों को तीर्थ यात्रा कराई जाएगी। तीर्थ यात्रा के दौरान भजन मंडली भी शामिल होगी। इसके अलावा सरकार ने 7 अप्रैल से पूरे प्रदेश में अन्न महोत्सव शुरू कर दिया है। पार्टी ने स्थापना दिवस से सामाजिक सरोकार से जुड़े कार्यक्रम शुरू किए हैं। पूरे 10 दिन तक पूरे प्रदेश में कार्यक्रम चलाए जाएंगे। पीएम मोदी के सामाजिक सरोकार से जुड़े विषयों पर जोर देने के बाद सरकार योजनाओं को लोगों तक पहुंचाएगी।
हर वर्ग परेशान
प्रदेश में विधानसभा चुनाव में अब डेढ़ साल का समय बाकी है। ऐसे में बीजेपी का सोशल इंजीनियरिंग का फॉर्मूला हर तबके तक पार्टी की पहुंच बनाना है। देखना यह होगा कि सरकार की यह कवायद चुनाव में बीजेपी के लिए कितना नफे और नुकसान का सौदा साबित होती है। हालांकि बीजेपी के सोशल इंजीनियरिंग फॉर्मूले पर कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं। प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष विभा पटेल ने कहा पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों से बीजेपी के सामाजिक सरोकार की पोल खुल गई है। हर वर्ग में महंगाई से परेशान है।