गहलोत के मंत्री के भतीजे की दबंगई! होटल में की तोड़फोड़....
खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के भतीजे हर्षदीप सिंह खाचरियावास ने जयपुर के एक होटल में तोड़फोड़ कर दी। हर्षदीप ने होटल के गेस्ट के साथ कर्मचारियों से साथ भी मारपीट की। घटना जयपुर के पॉश इलाके वैशाली नगर की है। होटल मालिक अभिमन्यु सिंह के पिता भवानी सिंह की शिकायत पर वैशाली नगर थाना पुलिस ने बुधवार को हर्षदीप खाचरियावास के खिलाफ केस दर्ज किया है। होटल मालिक अभिमन्यु ने पुलिस को बताया कि मंगलवार रात करीब 10.30 बजे हर्षदीप सिंह खाचरियावास अपने कुछ दोस्तों के साथ होटल में आया था। इस दौरान हर्षदीप और उसके साथियों की होटल में आए एक गेस्ट से कहासुनी हो गई। कुछ देर बाद गेस्ट अपने कमरे में चला गया तो हर्षदीप ने होटल स्टाफ से उसके कमरे का नंबर मांगा। होटल स्टाफ ने नंबर देने से मना किया तो हर्षदीप ने तोड़फोड़ करना शुरू कर दी। होटल स्टाफ ने इसकी सूचना पुलिस को दी। तोड़फोड़ के दौरान हंगामा बढ़ा तो रात करीब 3 बजे होटल के अन्य गेस्ट भी लॉबी में आ गया। इस दौरान पुलिस के सामने हर्षदीप और उसके साथियों ने गेस्ट और स्टाफ के साथ मारपीट की। पुलिस ने गेस्ट और स्टाफ को बचाने की कोशिश की, शराब के नशे में धुत हर्षदीप और उसके दोस्त मारपीट करते रहे। पुलिस गेस्ट को अपने साथ थाने ले जाने लगी तो बाहर आकर उसके साथ मारपीट की गई। आरोप है कि पुलिस पूरे घटनाक्रम को देखती रही और फिर गेस्ट को ले जाकर सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया। इधर, हर्षदीप और उसके साथी होटल के सर्वर रूम में घुसे और सीसीटीवी फुटेज नष्ट करने की कोशिश करने लगे। इस दौरान वहां मौजूद लड़के के साथ भी मारपीट की गई। होटल मालिक अभिमन्यु सिंह का कहना है कि घटनाक्रम के दौरान हर्षदीप ने होटल स्टाफ से उसका मोबाइल नंबर लेकर कॉल किया था। इस दौरान उसने कहा कि वह करण सिंह खाचरियावास का बेटा है। उनको फोन लगाऊं क्या? इस पर अभिमन्यु ने कहा कि होटल आप का ही है, लेकिन तोड़फोड़ और मारपीट करना सही नहीं है। इसके बाद वह अपने साथियों के साथ होटल से चला गया। होटल मालिक ने वैशाली नगर थाना पुलिस को गेस्ट से मारपीट और तोड़फोड़ के सीसीटीवी फुटेज भी दिए हैं। होटल मालिक अभिमन्यु के पिता भवानी सिंह ने अपनी शिकायत में पुलिस को बतया कि घटना के बाद से हर्षदीप उन्हें और उनके बेटे अभिमन्यु को जान से मारने की धमकी दे रहा है। उन्होंने बार-बार फोन कॉल को उठाना बंद किया तो दूसरे नंबरों से कॉल कर उसने कहा कि मुख्यमंत्री की भी हिम्मत नहीं है कि उसका फोन नहीं उठाए। इधर, पुलिस का कहना है कि केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। जांच में जो भी सामने आएगा उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।