मुख्यमंत्री चौहान ने राष्ट्रपति पदक प्राप्तकर्ताओं का किया सम्मान
भोपाल : मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पुलिस बल, होमगार्ड और जेल विभाग के जवान विशिष्ट काम कर प्रदेश की सुरक्षा का दायित्व भली-भाँति निभा रहे हैं। हाल ही में धार जिले के कारम बांध की घटना में जवानों ने मुस्तैदी से कार्य कर गाँव खाली कराने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। प्रदेश में नक्सलवादियों के विरूद्ध जवानों ने सराहनीय कार्य किया है। आज अद्भुत दिन है, स्वतंत्रता दिवस के मुख्य समारोह में बरसात होने के बाद भी जवान धैर्य, साहस और बुलंद हौसलों के साथ मैदान में डटे रहे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान निवास कार्यालय में वीरता, विशिष्ट सेवा और सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक प्राप्त करने वाले पुलिस, नगर सेना और जेल विभाग के 78 अधिकारी-कर्मचारियों तथा उनके परिजन के स्वागत और सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह, पुलिस महानिदेशक श्री सुधीर कुमार सक्सेना, विशेष पुलिस महानिदेशक श्री मिलिन्द कानस्कर, डीजी होमगार्ड श्री पवन जैन, डीजी जेल श्री अरविंद कुमार तथा अन्य पुलिस अधिकारी-कर्मचारी एवं उनके परिजन उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पुलिस के जवान कठिन परिस्थितियों में जान हथेली पर रखकर कार्य कर रहे हैं। हमारे जवानों द्वारा गुंडों, माफिया और दबंगों से करोड़ों रूपए की जमीन मुक्त कराई गई है। उन्होंने कहा कि मैं पुलिस बल, होमगार्ड, जेल विभाग के सभी पदक प्राप्तकर्ताओं और उनके परिजन का स्वागत करता हूँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पुलिस के जवान, उनके परिजन और भांजे-भांजियाँ अपने आप को कभी अकेला नहीं समझें, मामा आपके साथ है।
पुलिस महानिदेशक श्री सुधीर कुमार सक्सेना ने कहा कि यह पदक आपकी विभाग के प्रति समर्पण की भावना और उपलब्धियों के लिये है। मुख्यमंत्री श्री चौहान पुलिसकर्मियों के प्रति स्नेह रखते हैं और उन्हें अपने परिवार की तरह मानते हैं। मध्यप्रदेश पुलिस, जनता की सेवा में दिन-रात समर्पित है। मुख्यमंत्री श्री चौहान के मार्गदर्शन में पुलिस द्वारा चुनौतियों का डट कर मुकाबला किया गया है। हम प्रदेश में समाज के लिए भयमुक्त वातावरण बनाने में कामयाब हुए हैं। शांति, सौहार्द्र और सद्भाव का वातावरण बनाने के लिए मध्यप्रदेश पुलिस अग्रणी बनी रहेगी। विशेष पुलिस महानिदेशक श्री मिलिन्द कानस्कर ने आभार माना।