राजधानी में छाए बादल, कई क्षेत्रों में हुई बूंदाबांदी
भोपाल । राजधानी में सोमवार सुबह अचानक बादलों ने डेरा डाल लिया और शहर के कई क्षेत्रों में तेज हवा के साथ बूंदाबांदी हुई। प्रदेश के आसमान पर आंशिक बादल छाए हुए है। मौसम विभाग को मानसून पूर्व की गतिविधियों में और तेजी आने की संभावना है। विभाग के अनुसार,अलग–अलग स्थानों पर सक्रिय मौसम प्रणालियों के कारण हवाओं के साथ नमी आने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसके चलते भोपाल सहित ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा संभाग के जिलों में मौसम का मिजाज बदल गया है। कुछ स्थानों पर गरज–चमक के साथ बौछारें भी पड़ रही हैं। इसी क्रम में रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक सीधी में छह मिलीमीटर बारिश हुई। राजगढ़ में बूंदाबांदी हुई। उधर मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 45 डिग्री सेल्सियस तापमान राजगढ़, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। इन्हीं तीन शहरों में लू भी चली। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक सोमवार को मानसून पूर्व की गतिविधियों में और तेजी आने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि हवाओं के साथ नमी आने से दोपहर के बाद उत्तरी मध्य प्रदेश में कहीं–कहीं बादल छा गए थे। इससे अधिकतम तापमान में गिरावट हुई। राजधानी में भी आंशिक बादल छा गए थे। हालांकि बादल होने के बाद भी अधिकतम तापमान 42.7 डिग्री से. रिकार्ड किया गया। जो सामान्य से दो डिग्री से. अधिक रहा। यह शनिवार के अधिकतम तापमान 42 डिग्री से. की तुलना में 0.7 डिग्री से. अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 27.6 डिग्री से. रिकार्ड किया गया। जो शनिवार के न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री से. की तुलना में 1.8 डिग्री से. अधिक रहा। उधर रविवार को ग्वालियर चंबल अंचल में भी दिखाई दिया है। भिंड में तेज आंधी चली है, जबकि मुरैना में आंधी के साथ झमाझम बारिश भी हुई है। वहीं ग्वालियर में भी दिन में तेज धूप रही है, लेकिन मौसम विभाग ने शहर में तेज आंधी के भी आसार जताए हैं। भिंड में आंधी के बीच छह मकानों में भी आग लग गई। इन दिनों ग्वालियर चंबल अंचल भीषण गर्मी से झुलस रहा है। सुबह 8 बजे ही सूरज के तेवर इतने तीखे हो जाते हैं कि घर से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। आज भी सुबह से ही कुछ ऐसी ही स्थिति थी। इसी वजह से ग्वालियर में भी अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ है। हालांकि भिंड, मुरैना की तरह ही ग्वालियर में भी शाम को पश्चिमी विक्षोभ का असर दिखाई देने लगा है। वहीं दतिया के सेवढ़ा अनुविभाग के थरेट सहित सेंथरी, कुदारी, सेंगुवा, पिपरौआ, जौनिया, चीना, दिगुवां, कंजौली, रायपुरा बुजुर्ग, सिलोचन पुरा, इगुई सहित कई गांवों में बारिश के साथ ओले भी गिरे हैं।