सीएम अशोक गेहलोत ने फिर दिया विवादित बयान......
जोधपुर। बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने जालौर कौन स मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बड़ा बयान देते हुए आरएसएस और भारतीय जनता पार्टी पर प्रदेश में दंगा करवाने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही गहलोत ने कहा है कि राजस्थान में सर्व धर्म का सम्मान है और वह भारतीय जनता पार्टी के हिंदुत्व के एजेंडे को कभी पनपने नहीं देंगे। इसके अलावा अशोक गहलोत ने गौ माता की सेवा के नाम पर भाजपा पर राजनीति करने का आरोप भी लगाया है। बिपरजॉय तूफान के बाद अशोक गहलोत बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने बाड़मेर जालौर और पाली क्षेत्र के दौरे पर थे, जहां जालौर में मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने भाजपा पर जमकर निशाना साधा है।
जालौर में बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे करने के साथ ही अधिकारियों की बैठक के बारे में मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्पष्ट तौर पर भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि गौमाता को लेकर बीजेपी राजनीति करती है, जबकि गायों की सेवा में हमेशा कांग्रेस आगे रही है। सीएम गहलोत ने कहा कि बीजेपी में कई ऐसे लोग भी हैं जो राम मंदिर के लिए हिंदू बन गए हैं, जबकि असली हिंदू है ही नहीं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज्य में हमेशा सर्व धर्म सम भाव है और भाजपा का हिंदुत्व का एजेंडा कभी राजस्थान में पनपने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आरएसएस और भाजपा को आलोचना बर्दाश्त नहीं है, जबकि राजनीति में आलोचना सुनना जरूरी है भाजपा में भी आलोचना सुनने का मादा होना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने आमजन के लिए चल रही सरकारी योजनाओं को भी गिनाया और कहा कि हमने महंगाई को कम करने के लिए बजट पेश किया है और उसी के अनुसार अब हम आगे बढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने जालौर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा भी किया और बाढ़ राहत के लिए लगी टीमों की हौसला अफजाई भी की। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों को लेकर एसडीआरएफ की टीम और स्थानीय प्रशासन ने बेहतर कुशल प्रबंधन किया है।
सांसद देवजी पटेल से नही हुई मुलाकात
मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर और सर्किट हाउस में मुख्यमंत्री के होने की बात का पता लगने के बाद जालौर सिरोही के सांसद देवजी भाई पटेल भी सर्किट हाउस पहुंचे लेकिन मुख्यमंत्री से उनकी मुलाकात नहीं हो पाई। देवजी भाई पटेल तकरीबन 3 घंटे तक मुख्यमंत्री के इंतजार में रहे, लेकिन मुख्यमंत्री उनसे नहीं मिले इसके बाद मीडिया के सामने देवजी भाई पटेल ने सरकार के पहले का आरोप लगाते हुए वहां से प्रस्थान किया।