समर कंटीन्जेंसी के तहत स्वीकृत कार्यों को 31 मई तक पूर्ण करे-शर्मा
जयपुर । जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के शासन सचिव डॉ. समित शर्मा ने समर कंटीन्जेंसी के तहत स्वीकृत कार्यों में शून्य प्रगति वाले चार जिलों के अधीक्षण अभियंताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। अधीक्षण अभियंता सवाई माधोपुर कैलाश चंद मीना,अधीक्षण अभियंता बांसवाड़ा अशोक चावला अशोक चावला, अधीक्षण अभियंता धौलपुर श्री मुकेश गर्ग एवं अधीक्षण अभियंता गंगापुर सिटी श्री रामकेश मीना को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। बार-बार वीडियो कांफ्रेंस में निर्देश दिए जाने के बावजूद भी प्रगति नहीं आने पर उन्होंने चेतावनी दी कि अगर इन जिलों में समर कंटीन्जेंसीज कार्यों में प्रगति नहीं लाई जाती है तो संबंधित जिलों के अतिरिक्त मुख्य अभियंता को कारण बताओं नोटिस जारी किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि समर कंटीजेंसी के तहत स्वीकृत कार्यों को 31 मई तक हर- हालात में पूर्ण करें। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं कि जाएगी। जल जीवन मिशन के 14 (की परफॉर्मन्स इंडिकेटर्स) के आधार पर तैयार की गई डिस्ट्रिक्ट वाइज रिपोर्ट कार्ड में सबसे पिछड़े जिले के अधीक्षण अभियंता डूंगरपुर अनिल कछावा, अधीक्षण अभियंता जयपुर ग्रामीण आनंद प्रकाश, अधीक्षण अभियंता नीमकाथाना श्री दलीप तारंग, अधीक्षण अभियंता सांचौर पृथ्वी सिंह गुर्जर एवं अधीक्षण अभियंता बांसवाड़ा श्री अशोक चावला को भी कारण बताओ नोटिस किया गया है।उन्होंने निर्देश दिए कि फंक्शनल हाउसहोल्ड टैप कनेक्शन में प्रगति लाई जाए। डॉ. समित शर्मा वीडियो कॉन्फेंस के माध्यम से अतिरिक्त मुख्य अभियंता सहित अधीक्षण एवं अधिशाषी अभियंताओं के साथ समर कंटिजेंसी प्लान एवं जल जीवन मिशन कार्यक्रम के तहत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ग्रीष्म काल में पेयजल से संबंधित किसी भी तरह की किल्लत नहीं आए, इसके लिए स्वीकृत कार्यों का धरातल पर अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से मॉनिटरिंग की जाए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाये कि किए जा रहे कार्य गुणवत्ता पूर्ण हों। उन्होंने भरतपुर संभाग के अधीन आने वाले जिलों में समर कंटीन्जेंसी के तहत स्वीकृत कार्यों की प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि मिशन मोड़ पर सभी कार्यों को पूर्ण किया जाए। शासन सचिव ने कहा कि ग्रीष्मकाल में पेयजल की किल्ल्त नहीं हो इसके लिए स्वीकृत कार्यों कों शीघ्र पूर्ण किया जाए। साथ ही हैण्ड पंप एवं नलकूप समय से स्थापित किए जाए जिससे आमजन को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने निर्देश दिए कि बिजली कनेक्शन के कारण जो नलकूप अभी तक चालू नहीं हुए हैं उन्हें चालू करवाने के लिए विद्युत विभाग के अधिकारियों से समन्वय कर 31 मई तक प्रारम्भ कराया जाए। उन्होंने कहा कि किसी जिले को हैडपम्प एवं ट्यूबवैल ड्रिलिंग मशीन की जरूरत है तो वे भूजल विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए उपयोग में ले सकते है।