संसद में नेतन्याहू को आमंत्रित करने पर विवाद
हमास और इस्राइल बीते सात महीने से जंग लड़ रहे हैं। अब तक 30 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इस युद्ध में अमेरिका लगातार इस्राइल का साथ दे रहा है। अब यहां ही इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को संसद में बुलाने पर बहस छिड़ गई है। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के रिपब्लिकन नेता ने मंगलवार को कहा कि वह इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को सांसदों को संबोधित करने के लिए आमंत्रित करने के बहुत करीब हैं, भले ही सीनेट के डेमोक्रेटिक नेता इसके लिए तैयार न हों।प्रतिनिधि सभा के स्पीकर माइक जॉनसन ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने संसद में बहुमत के नेता चक शूमर को उस पत्र पर हस्ताक्षर करने के लिए मंगलवार तक का समय दिया है, जिसमें नेतन्याहू को एक संयुक्त बैठक को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया गया है।उन्होंने आगे कहा, 'अगर वो हस्ताक्षर नहीं करते हैं तो हम नेतन्याहू को सांसदों को संबोधित करने के लिए निमत्रंण देंगे।'शूमर ने इस बात की पुष्टि की कि वह जॉनसन से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा, 'मैं प्रतिनिधि सभा के स्पीकर से लगातार बात कर रहा हूं। जैसा कि मैंने हमेशा कहा है कि इस्राइल के साथ हमारे रिश्ते दृढ़ है। यह किसी एक प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति से आगे हैं।'इस मुद्दे पर दोनों दलों के बीच मतभेद ने नवंबर के राष्ट्रपति चुनाव से महीनों पहले इस्राइल नीति के राजनीतिकरण को रेखांकित किया, जिसमें डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति जो बाइडन रिपब्लिकन पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ दिख रहे हैं।हमास ने सात अक्तूबर को इस्राइली शहरों पर पांच हजार से ज्यादा रॉकेट दागकर हमले की शुरुआत की थी। इसके बाद हमास के आतंकियों ने इस्राइल में घुसकर लोगों को मौत के घाट उतारा।