अमेरिका के बाद ब्रिटेन में भी बढ़े कोरोना के मामले
लंदन । अमेरिका के बाद ब्रिटेन में भी कोरोना के मामले बढ़ने शुरू हो गए हैं। ब्रिटिश स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (यूकेएचएसए) के अनुसार, देश में बीमारी का एक नया वैरिएंट ईजी.5.1 पाया गया है। हर सात कोरोना मरीज में से एक इसी वैरिएंट से प्रभावित है। इसके पहले अमेरिकी रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) द्वारा नए कोविड मामलों के साथ अस्पतालों में भर्ती होने वालों की संख्या में वृद्धि देखी गई है। जून में लगभग 6,300 कोरोना मरीज अस्पताल से भर्ती थे जिनकी संख्या 22 जुलाई को समाप्त सप्ताह में बढ़कर 8,000 से अधिक हो गई। ईजी.5.1, इस एरिस उपनाम दिया गया है, को पहली बार 3 जुलाई को निगरानी में शामिल किया गया था। यह कोविड के ओमिक्रॉन वैरिएंट की उपशाखा में है। यूकेएचएसए ने कहा कि इस सप्ताह कोविड दरों में वृद्धि हुई है। पिछले सप्ताह दर्ज किए गए 4,403 श्वसन संबंधी बीमारी के मामलों में से 3.7 प्रतिशत से बढ़कर यह इस सप्ताह 4,396 श्वसन संबंधी बीमारी में से 5.4 प्रतिशत पर पहुंच गया है।
यूकेएचएसए में टीकाकरण प्रमुख डॉ. मैरी रामसे ने कहा
इस सप्ताह की रिपोर्ट में हम लगातार कोरोना के मामलों में वृद्धि देख रहे हैं। हमने अधिकांश आयु समूहों, विशेषकर बुजुर्गों में अस्पताल में प्रवेश दर में थोड़ी वृद्धि देखी है। उन्होंने बताया कि नियमित और पूरी तरह से हाथ धोने से आपको कोविड-19 और अन्य कीड़ों और वायरस से बचाने में मदद मिलती है। यदि आपमें श्वसन संबंधी बीमारी के लक्षण हैं, तब दूसरों से दूर रहें।
संक्रामक रोग विशेषज्ञ प्रोफेसर पॉल हंटर के अनुसार, यह कहना जल्दबाजी होगी कि ईजी.5.1 यूके को कैसे प्रभावित करेगा। खराब मौसम के कारण सिनेमा में उपस्थिति में वृद्धि और अधिक इनडोर मिश्रण ने हाल ही में मामलों में वृद्धि में योगदान दिया है। लोग इस गर्मी में बार्बी और ओपेनहाइमर देखने के लिए सिनेमाघरों में उमड़ रहे हैं।