हादसे का शिकार होते होते बची दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में संतालडीह स्टेशन के पास दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बच गई। ट्रेन एक मानव-रेलवे क्रॉसिंग पर पटरियों पर फंसे डीजल से लदे एक ट्रैक्टर को छूती हुई निकल गई। घटना मंगलवार शाम की बताई जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार राजधानी एक्सप्रेस के ड्राइवर ने ट्रैक्टर को दूर से देखा और उसने तुरंत ट्रेन की स्पीड कम कर दी। हालांकि, इंजन के पीछे दो डिब्बे ट्रैक्टर को छूते हुए निकल गए। ट्रेन बाल बाल बच गई। इसके बाद ट्रेन करीब 45 मिनट लेट हो गई। मंडल रेल प्रबंधक (आद्रा मंडल) मनीष कुमार ने मीडियाकर्मियों को बताया कि नुकसान की कोई खबर नहीं है। हालांकि, रेलवे सूत्रों ने कहा कि फाटक के चौकीदार को निलंबित कर दिया गया है और मामले की विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। ट्रेन नई दिल्ली से भुवनेश्वर जा रही थी। चूंकि संतालडीह स्टेशन निर्धारित स्टॉप नहीं था, इसलिए ट्रेन तेज गति में थी। लेकिन ड्राइवर की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया। अगर उसने ट्रैक्टर नहीं देखा होता और स्पीड कम नहीं की होती, तो ओडिशा के बालासोर में हुई ट्रेन त्रासदी के ठीक चार दिन बाद एक और बड़ा हादसा हो सकता था।