बाउचर के कोच बने रहने को लेकर संशय बरकरार
कोचिंग कार्यकाल के दौरान नस्लभेद संबंधी बिवादों को लेकर अनुशासनात्मक सुनवाई का सामना करने जा रहे दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम के मुख्य कोच मार्क बाउचर को लेकर संशय बना हुआ है। यह अभी साफ नहीं हुआ है कि 16 से 20 मई के बीच होने वाली सुनवाई के बाद वह अपने पद पर बने चाहेंगे या नहीं। बाउचर वरिष्ठ अधिवक्ता टेरी मोटाऊ के सामने अपने खिलाफ खेल जीवन और बाद में कोचिंग कार्यकाल के दौरान वर्णभेदी मुद्दों को लेकर लगे आरोपों का जवाब देंगे।
इससे पहले दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेट संघ (सीएसए) ने उन्हें अपने पद से हटाने की मांग की है जिससे उन्हें अनुबंध पूर्ण होने के पहले ही हटाया जा सकता है। बाउचर को इस पद पर दिसंबर 2019 में नियुक्त किया गया था और तभी से ही उनके साथ लागातार विवाद जुड़े हैं। उन्हें इनॉक अंक्वे की जगह कोच बनाया गया था। अंक्वे दक्षिण अफ्रीका के पहले अफ्रीकी मूल के कोच थे पर उन्हें बाउचर के सहायक के रूप में रखा गया। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के टेस्ट परिणामों पर सवाल उठे, ख़ास कर तब जब इंग्लैंड ने उन्हें अपने घर पर सीरीज़ में हराया। बाद में एसजेएन सुनवाई के दौरान बाउचर समेत कई पूर्व खिलाड़ियों का नाम लिया गया।
बाउचर पर पॉल एडम्स के खिलाफ अपशब्द का उपयोग, अंक्वे के साथ उनका व्यवहार और ब्लैक लाइव्स मैटर के सिलसिले में उनके विवादास्पद व्यवहार को लेकर आरोप लगे थे। वहीं टीम के खराब प्रदर्शन के कारण रैंकिंग्स में नीचे आने से अगले विश्व कप में टीम के सीधे क्वालिफाई करने का रास्ता भी कठिन हो गया है।
बांग्लादेश पर 2-0 की टेस्ट सीरीज़ जीत के बाद बाउचर ने कहा, 'यह समय बड़ा कठिन रहा है। मुझे क्रिकेट के नजरिए से इस काम में बहुत आनंद आया है। मैंने इस टीम के आस पास रहते हुए इन खिलाड़ियों का विकास देखा है पर मैदान के बाहर की बातों के बारे में मैं ज्यादा उत्साह से बात नहीं करूंगा।' ऐसा माना जा रहा है कि बाउचर अपनी सफाई में वर्तमान खिलाड़ियों से गवाही की उम्मीद कर रहे हैं। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि इन सुनवाईयों में कौन से खिलाड़ी शामिल होंगे। एडम्स की उपस्थिति पर भी कोई स्पष्टता नहीं है।
यह भी तय है कि बाउचर का भविष्य इस सुनवाई पर निर्भर नहीं है। ऐसा भी हो सकता है कि आरोपों से बरी होने पर वह खुद त्यागपत्र दें।