भारी बारिश के बाद 16 मार्ग बंद और 100 से अधिक गांव प्रभावित


भोपाल । मध्यप्रदेश में लगातार भारी बारिश हो रही है। बाढ़ के हालात हैं। राजधानी भोपाल समेत कई जिले पानी-पानी हो गए हैं। सड़कें नदी का रूप ले चुकीं हैं। लोग बाढ़ में फंसे हुए हैं। जिन्हें रेस्क्यू कर बाहर निकाला जा रहा है। भोपाल में थमी बारिश के बीच अब स्थिति कुछ सामान्य हो रही है। जिन जिलों में लोग फंसे हैं, उन्हें निकालने का काम तेज किया जाएगा। प्रदेश में भारी बारिश के चलते बने बाढ़ के हालातों को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि 16 मार्ग बंद हैं। गुना, श्योपुर जिले में कुछ गांव में पानी भरा हुआ है। विदिशा की 4 तहसील भारी बारिश से प्रभावित हुई हैं। 100 गांव प्रभावित हैं। सीहोर के कुछ गांव भी प्रभावित हुए हैं। ब्यावरा, भोपाल में भी रेस्क्यू ऑपरेशन चला है। 5 रेडी टू मूव टीम रिजर्व रखी हैं। 3 हेलीकॉप्टर रेस्क्यू के लिए रखे हैं। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की टीम सभी प्रभावित क्षेत्रों में मौजूद हैं। 385 फीडर भोपाल में कल खराब हुए थे। इनमें से अभी भी 30 फीडर बंद हैं, जो जल्द ठीक होंगे।
भोपाल में बारिश के बाद सड़कों का हाल बेहाल हो गया है। बारिश के चलते भोपाल की सड़कें बह गईं हैं। तेज हवा और बारिश के चलते कई जगहों की सड़क उखड़ गई है। भरे पानी और घटनाओं के बीच लोग परेशान हो रहे है। सड़के उखडऩे के कारण कई जगहों पर हादसे हो रहे हैं। हालांकि भोपाल में थमी बारिश के बीच अब स्थिति सामान्य हो रही है। तालाब में तेज उठती हुई लहरें अब थम गई हैं। बारिश के बाद कई जगहों पर तबाही देखने को मिली है। अलर्ट के बाद भी शीतलदास की बगिया पर पानी में लोग नहाते दिखे। प्रशासन की ओर से कोई भी रोकने टोकने के लिए मौजूद नहीं हैं। आज बोट क्लब पर बोटिंग प्रतिबंधित रहेगी। विदिशा जिले में पिछले 48 घंटों से हो रही बारिश के कारण लगभग 100 गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। जिला कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने जिले की समस्त टीमों को हालातों पर नजर बनाए रखने के आदेश दिए हैं। जिन क्षेत्रों में लोग परेशान हैं। जिन गांव में पानी भर गया है, वहां पर लोगों को रेस्क्यू कर लगातार बाहर निकाला जा रहा है। प्रशासन द्वारा बनाए गए राहत शिविरों में सुरक्षित पहुंचाया जा रहा है। इसी क्रम में विदिशा के कई निचले इलाके ऐसे हैं, जहां पर भारी तबाही देखने को मिली है। रतलाम जिले के जावरा के नया माली पुरा रपट मंदिर के ऊपर 3 लोग फंस गए। इसमें एक बालिक, एक महिला पुरुष मंदिर के ऊपर छत पर बैठे थे। प्रशासन ने रेस्क्यू कर उन्हें नीचे उतरा। होटल के सामान को समेटने के दौरान वो फंस गए थे। तीनों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया है।