लोगों को स्टील-पीतल के साथ लुभा रहे मिट्टी के फैंसी बर्तन
भोपाल । 22 अक्टूबर को धनतेरस पर जोरदार बिक्री के लिए बाजारों में तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। बर्तन बाजार में दुकानों यह तैयारी साफ नजर आ रही है। धनतेरस के लिए नए डिजाइन और पैटर्न के बर्तन आना शुरू हो गए हैं। रुझान की बात की जाए तो दुकानदारों का कहना है कि आमतौर पर स्टील के बर्तन ही अधिक मांग में रहते हैं। इस बार लोग मिट्टी के बर्तनों में भी रुचि ले रहे हैं। कोरोना काल के बाद इस बार के बाजार में लगभग डेढ़ गुना अधिक व्यापार होने का अनुमान जताया जा रहा है। धनतेरस पर तांबे-पीतल के बर्तनों की मांग काफी रहती है, लेकिन स्टील के अपेक्षाकृत कम रहती है। स्टील के बर्तनों में आमतौर पर रोजाना उपयोग होने वाले बर्तन जैसे- गिलास, कटोरी, थाली आदि को धनतेरस पूजन के लिए अधिक खरीदे जाते हैं। वहीं कुछ लोग स्टील के डिनर सेट में भी रुचि दिखाते हैं। प्रतिशत के आंकड़े से समझें तो अभी तक 85 प्रतिशत स्टील के बर्तन व शेष 15 प्रतिशत में तांबे और पीतल के बर्तन खरीदे जाते रहे हैं। अब नए ट्रेंड में मिट्टी की बोतल, तवा, हांडी और कढ़ाई भी धीरे-धीरे अपनी जगह बना रहे हैं। शहर में इस तरह के बर्तन कुछ चुनिंदा जगहों पर ही मिलते हैं। इस कारण से लोग मिट्टी के बर्तन ई-कामर्स से भी मंगवाते हैं।
नार्मल बर्तनों से ज्यादा नानस्टिक बर्तन पसंद
बर्तन व्यापारी बताते हैं कि शहरवासियों को खाना पकाने के लिए साधारण बर्तनों की अपेक्षा नानस्टिक बर्तन अधिक पसंद आते हैं। यह साधारण बर्तनों से 200 से 350 रुपये तक अधिक मंहगे होते हैं, लेकिन इनका नानस्टिक और कम चिकनाई में भोजन पका देने का गुण लोगों को इनकी ओर आकर्षित करता है।
धनतेरस पर मिलेंगे फैंसी बर्तन
इस बार धनतेरस पर बर्तनों के कई तरह के विकल्प देखे जा सकेंगे। कई फैंसी बर्तन इस धनतेरस पर लोगों का मन मोह लेंगे, लेकिन बर्तन व्यापारियों के अनुसार यह बर्तन साधारण स्टील के बर्तनों से डेढ़ गुना तक अधिक महंगे होंगे।
धनतेरस पर बर्तन खरीदना शुभ
मान्यताओं के अनुसार धनतेरस पर नए बर्तन खरीदने से आर्थिक लाभ होता है और साल भर घर में संपन्नता आती है। इस मौके पर लोग सोना-चांदी तो खरीदते ही हैं, लेकिन उसके साथ-साथ स्टील, तांबा, पीतल और मिट्टी के बर्तन भी खरीदने की परंपरा है।