सरकार के आश्वासन से ठंडे पडे किसान, कृषि मंत्री ने की शांति बनाने की अपील
चंडीगढ़ । केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने किसानों से अपील की है कि सरकार उनके नेताओं से बातचीत करने के लिए तैयार है, इसलिए वह शांति बनाए रखे। उनकी सभी मांगों पर विचार किया जाएगा। इससे पहले पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर बुधवार 21 फरवरी, 2024 सुबह किसान जब दिल्ली चलो मार्च के तहत आगे बढ़ने लगे तब उन पर आंसू गैस के गोले दाग दिए गए। यही वजह रही कि इस दौरान मौके पर जमकर बवाल हुआ। हालांकि, इस बीच किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने प्रदर्शनकारियों से अपील की कि किसान आगे न बढ़ें। वहीं, केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने एक्स (टि्वटर) पोस्ट के जरिए कहा कि सरकार चौथे दौर के बाद 5वें दौर में सभी मुद्दों जैसे- एमएसपी की मांग, क्रॉप डायवर्सिफिकेशन, पराली के विषय और किसानों के खिलाफ एफआईआर आदि पर बातचीत के लिए तैयार है। मैं दोबारा किसान नेताओं को चर्चा के लिए आमंत्रित करता हूं। हमें शांति बनाए रखना जरूरी है।
गतिरोध को लेकर सूत्रों ने बताया कि जिस तरह किसान लगातार मांगों पर फौरी कार्रवाई चाहते हैं वह भी एक गतिरोध का विषय है। ऐसा इसलिए क्योंकि कई मांगे ऐसी हैं जिन पर अमल से पहले नियम और कानूनों को देखना पड़ेगा। बातचीत के दौरान किसानों से सरकार की तरफ से कहा गया कि किसानों को पंजाब में पहले ही बिजली मुफ्त मिल रही है तो उनको 2013 के बिजली संशोधित कानून से दिक्कत क्या है। फिर भी अगर किसान चाहते हैं कि उसमें बदलाव हो तो उसके लिए भी कुछ वक्त चाहिए। इधर भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि वे लोग दिल्ली कूच को लेकर योजना बना रहे हैं। कल संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की बैठक चंडीगढ़ में है। आगे की रणनीति वे लोग तय करेंगे। यह मीटिंग आमने-सामने बैठकर की जाएगी, जिसमें देश भर के किसान हिस्सा लेंगे।
वहीं किसानों के दिल्ली कूच को लेकर पुलिस ने तैयारी कर ली है। इसके लिए भी जेसीबी समेत हैवी मशीनरी मंगवा ली है। बॉर्डर पर पोकलेन मशीन तैनात कर दी गई है। कई एंबुलेंस भी मौके पर खड़ी हैं। इसके साथ ही हरियाणा पुलिस ने पंजाब पुलिस को पत्र लिखकर जरूरी कदम उठाने को कहा है। हरियाणा के आईजीपी कानून व्यवस्था हरदीप सिंह दून ने पंजाब डीजीपी को एक पत्र लिखा है, जिसमें लिखा है कि पंजाब की तरफ से प्रदर्शनकारियों की ओर से बेरिकेड्स को तोड़ने के लिए कई मशीनरी इकट्ठा किए जाने की सूचना मिल रही है। इससे पुलिस व अर्द्धसैनिक बलों को नुकसान पहुंच सकता है। इस बारे में पंजाब पुलिस जरूरी कदम उठाए, ताकि किसानों को रोका जा सके।