भोपाल सहित 21 जिलों में वज्रपात की आशंका
भोपाल । मध्य प्रदेश में एक बार फिर मानसूनी गतिविधियां एक्टिव हुई हैं। हालांकि मौसम विभाग के पूर्वानुमान में कहीं भी तेज बारिश की जानकारी नहीं है। प्रदेश के आसपास बन रहे सिस्टम के कारण वर्षा हो सकती है। इधर तापमान में भी बढ़त का सिलसिला जारी है। दिन का पारा एक बार फिर 38 डिग्री के नजदीक पहुंचा है। प्रदेश में सबसे गर्म ग्वालियर है, यहां 37.6 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। वहीं बीते 24 घंटे में इंदौर जिले में 32.8 मिमीमीटर बारिश दर्ज की गई।
मौसम केंद्र की रिपोर्ट कहती है कि बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के शहडोल संभाग के जिलों में अनेक स्थानों पर, जबलपुर, नर्मदापुरम, इंदौर एवं उज्जैन संभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर, सागर एवं भोपाल संभागों के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा दर्ज की गई। चिचोली में 6, बैहर में 5, पांधुरना में 4, करांजिया, बालाघाट, सारंगपुर, मऊ, इंदौर में 3 सेमी तक पानी गिरा है। अगले 24 घंटों के लिए मौसम विभाग का पूर्वानुमान कहता है कि रीवा, शहडोल, जबलपुर, सागर, भोपाल, नर्मदापुरम व इंदौर संभागों के जिलों में तथा रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर जिलों में कुछ स्थानों पर, ग्वालियर एवं चंबल संभागों के जिलों में तथा नीमच-मंदसौर जिलों में कहीं-कहीं वर्षा या गरज-चमक के साछ बौछारें पड़ सकती हैं।
मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी कर चेतावनी भी जारी की है। इसके मुताबिक नर्मदापुरम संभाग के जिलों में तथा सिंगरौली, सीधी, शहडोल, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, रायसेन, सीहोर, भोपाल, धार, इंदौर, खंडवा, खरगोन, उज्जैन, देवास जिलों में वज्रपात की आशंका है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो अलग-अलग सिस्टम प्रदेश के मौसम पर असर डाल रहे हैं। वहीं बीते एक सप्ताह में हिमालय में स्थिर मानसून ट्रफ भी मप्र की ओर से गुजर रहा है। इससे बारिश की गतिविधियां बढ़ी हैं। बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात से लगातार नमी प्रदेश की ओर आ रही है। इससे बौछारों का सिलसिला बना रहेगा।