स्वाद और सेहत से भरपूर है फोर्टिफाईड चावल
रायपुर : वर्तमान की व्यस्त दिनचर्या में लोग दैनिक खान-पान में स्वाद के साथ स्वास्थ्यवर्धक भोजन को अधिक प्राथमिकता दे रहे हैं। भारतीय खाने में रोजमर्रा की पसंद चावल का अधिक गुणवत्ता और पौष्टिकता भरा विकल्प अब फोर्टिफाईड चावल के रूप में लोगों को मिला है। फोर्टिफाईड चावल स्वाद और सेहत से भरपूर होता है। ये चावल सामान्य चावल की तरह ही होता है लेकिन इसमें आयरन, फोलिक एसिड, विटामिन बी-12 और जिंक की प्रचुर मात्रा होने से यह अधिक पौष्टिक और स्वास्थ्यवर्धक होता है।
फोर्टिफाईड चावल लोगों की खुराक में आवश्यक पौष्टिक तत्वों की पूर्ति के साथ ही कुपोषण के नियंत्रण में काफी हद तक मददगार होता है। इसमें उपस्थित आयरन खून की कमी को रोकता है, जिससे एनीमिया से बचाव होता है। फोलिक एसिड गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर में भ्रूण विकास और रक्त निर्माण में सहायता करता है। इसी तरह विटामिन बी-12 शरीर में खून के निर्माण और नर्वस सिस्टम के सामान्य काम-काज में सहायक होता है। फोर्टिफाईड चावल की खूबियों और पौष्टिकता को देखते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर इसे सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत आकांक्षी और उच्च प्राथमिकता वाले जिलों में वितरित किया जा रहा है।
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा मध्यान्ह भोजन तथा पूरक पोषण आहार योजना के तहत दिसम्बर 2021 से प्रदेश के सभी जिलों में फोर्टिफाईड चावल का वितरण किया जा रहा है। साथ ही मई 2022 से प्रदेश के 10 आकांक्षी जिले कोरबा, राजनांदगांव, महासमुंद, कांकेर, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, बस्तर, कोण्डागांव, सुकमा तथा 2 उच्च प्राथमिकता वाले जिले कबीरधाम और रायगढ़ सहित कुल 12 जिलों में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत राशनकार्डधारी परिवारों को भी फोर्टिफाईड चावल दिया जा रहा है।
फोर्टिफाईड चावल आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन बी-12 युक्त होने के कारण यह सामान्य अरवा चावल से अलग दिखाई देता है। इससे लोगों को भ्रम होता है कि यह प्लास्टिक चावल है, जबकि सामान्य चावल को पौष्टिक और आयरन युक्त बनाने के जो प्रक्रिया अपनाई जाती है, उसके कारण फोर्टिफाईड चावल काफी चिकना दिखता है। फोर्टिफाईड चावल सामान्य चावल से बेहतर गुणवत्ता एवं पौष्टिकता से युक्त है। फोर्टिफाईड चावल की गुणवत्ता का अधिकतम लाभ लेने के लिए इसे पसाकर नहीं बल्कि पर्याप्त पानी में पकाना चाहिए। जिससे पानी के साथ इसके पौष्टिक तत्व बाहर न जा सकें। फोर्टिफाईड चावल को सीधे सूरज की रोशनी में भी नहीं रखना चाहिए।