पैसों के खातिर नाती ने नाना-नानी को सुलाया मौत की नींद
बाराबंकी। बीते शनिवार को पैसो की खातिर एक युवक ने अपने सगे नाना-नानी को ईट-पत्थर से कुचल कर निर्मम हत्याकर कर दिया, और अलमारी में रखी नगदी, जेवरात लेकर घर का दरवाजा बाहर से बंद कर फरार हो गया। घर से उठती दुर्गन्ध की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनो शवो को कब्जे में ले पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और जांच में जुट गई। एक सप्ताह के अंदर स्वाट सर्विलांस की मदद से देवा पुलिस ने बुजुर्ग दंपति के हत्यारे नाती को धर दबोचा और उनके पास से नगदी, जेवरात समेत आलाकत्ल बरामद कर युवक को जेल भेज दिया है।
जानकारी के अनुसार माजिद हुसैन वारसी निवासी देवा थाना क्षेत्र के लाला पुर कस्बे में अपनी पत्नी के साथ बीते 06 माह से रह रहे थें। उनका मूल निवास जवाहर कालोनी फरीदाबाद था। पुलिस के मुताविक माजिद कुछ दिन पूर्व फरीदाबाद का माकान बेच डाला और देवा में एक घर को खरीद कर पति पत्नी के साथ रह रहे थें। बुजुर्ग दम्पत्ति का सगा नाती साहिल वारसी पुत्र सगीर खान निवासी मैरिस रोड लक्ष्मीबाई मार्ग इस्लामाबाद भट्ठा गली नं0 3 थाना क्वारसी जनपद अलीगढ़ का रहने वाला है। मृतक दंम्पति पूर्व में फरीदाबाद, में निजी मकान में रहते थे तथा मकान को करीब 06-07 माह पूर्व 55 लाख रूपये में बेच दिया था। बुजुर्ग दम्पत्ति द्वारा 05-06 वर्ष पूर्व एक मकान देवा में भी खरीदा गया था। बुजुर्ग दम्पत्ति देवा स्थित हाजी वारिस अली शाह के मुरीद थे, जिस कारण लगभग 05-06 माह पूर्व देवा स्थित मकान में रहने लगे थे। अभियुक्त साहिल वारसी के नाना मृतक माजिद हुसैन के कहने पर उसके पिता द्वारा अपनी सम्पत्ति से बेदखल कर दिया गया था, जिस कारण अभियुक्त अपनी पत्नी के साथ अपनी ससुराल में ससुर के मकान में रह कर मजदूरी का काम करता था। अभियुक्त स्वयं का बिजनेस करना चाहता था। जिस कारण उसे रुपयों की आवश्यकता थी। अभियुक्त को बुजुर्ग दम्पत्ति द्वारा बेचे गये मकान एवं उससे प्राप्त रुपयों के विषय में जानकारी थी कि नाना द्वारा 25 लाख रूपया किसी बैंक में फिक्स कर दिया है एवं शेष रुपये व ज्वेलरी घर की अलमारी में रखे होंगे। 08 मई को समय करीब सुबह 11 बजे साहिल योजनाबद्ध तरीके से अपने मोबाइल घर पर ही छोड़कर देवा आकर दूसरे व्यक्ति के मोबाइल से अपने नाना को कॉल करके कोरियर रिसीव करने देवा में ही उनके घर से दूर स्थान पर बुलाया, स्वयं मौका पाकर घर में घुस गया। उसे उम्मीद थी कि नानी बीमार रहती हैं और उसे रुपये और जेवरात चोरी करने में आसानी रहेगी, किन्तु नानी द्वारा उसका विरोध किया गया, जिससे अभियुक्त द्वारा ईंट से मारकर नानी की हत्या कर दी, उसके थोड़ी देर बाद ही उसके नाना घर आ गये। नाना के वापस घर आ जाने एवं उसे देख लेने पर अभियुक्त साहिल द्वारा नाना की भी ईंट मार कर हत्या कर दिया और अलमारी का लॉक तोड़कर उसमें रखे 35 हजार रुपये नकद व जेवरात लेकर घर में बाहर से ताला लगाकर फरार हो गया। जब माकान से बदबू आने लगी तब लालापुर कस्बा निवासी फकरे आलम ने पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई दोनो शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और जांच पड़ताल में जुट गई।