भोपाल में तेज बारिश, उज्जैन में रामघाट के मंदिर डूबे
तवा डैम के गेट 32वीं बार खुले, सबसे ज्यादा बारिश नर्मदापुरम में
भोपाल । मध्यप्रदेश में एक बार फिर से बारिश का दौर शुरू हो गया है। राजधानी समेत कई जिलों में रातभर से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। भोपाल में सुबह से बारिश का दौर जारी है। इंदौर में रात में करीब एक इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। अशोक नगर, नर्मदापुरम, शिवपुरी, छिंदवाड़ा में भी बारिश का सिलसिला जारी है। नर्मदापुरम के तवा डैम में पानी बढ़ गया है। जलस्तर बनाए रखने के लिए 3 गेट खोलकर 16 हजार 70 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इससे पहले मंगलवार को 11 गेट खोले गए थे। पिछले 40 घंटे से तवा के गेट खुले हुए हैं। इस सीजन में तवा डैम के 32 बार गेट खुल चुके हैं। 15 जुलाई को पहली बार गेट खुले थे। वहीं सभी13 गेट 18 जुलाई, 15-16 अगस्त और 23 अगस्त को खुले। डैम की जलभराव क्षमता 1166 फीट है। इस बार सितंबर की 8 तारीख को ही डैम 100 फीसदी से ज्यादा भरा गया। जिस कारण सितंबर माह में मंगलवार को डैम के 11 गेट खोले गए। पिछले साल 15 सितंबर को पहली बार गेट खुले थे। जबकि इस बार 15 जुलाई को गेट खुले। 60 दिनों में 32 बार गेट खोले गए हैं।
उज्जैन में घाट किनारे के मंदिर डूबे
उज्जैन में पिछले 24 घंटों में करीब एक इंच पानी गिरा। तेज बारिश की वजह से शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। रामघाट स्थित मंदिर आधे से ज्यादा डूब गए हैं। यहां बने छोटे पुल के ऊपर से पानी बह रहा है। रायसेन में भी मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। यहां रातभर से कभी धीमी तो कभी तेज बारिश हो रही है।
जबलपुर में बरगी डैम के 11 गेट खुले
जबलपुर में बरगी डैम के 11 गेट खुले हुए हैं। लगातार पानी की आवक से नर्मदा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। नर्मदापुरम में सेठानी घाट पर 12 घंटे में नर्मदा नदी का जलस्तर 8 फीट बढ़ा है। बरगी बांध के ईई एके सूरे ने बताया, बरगी बांध अपनी क्षमता से अधिक 422.95 मीटर तक भर गया है। अभी 2094 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। दोपहर 12 बजे जल निकासी को बढ़ाकर 3083 क्यूसेक किया जाएगा। बांध के 13 गेट 1.53 मीटर ऊंचाई तक खुले रहेंगे। घाटों पर भी 6 से 8 फीट तक पानी बढ़ा है।
छिंदवाड़ा में 15 गांवों का शहर से संपर्क कटा
छिंदवाड़ा में भी रातभर से रुक-रुक कर कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश हो रही है। मंगलवार को तेज बारिश के बाद सौंसर और बहुआ ब्लॉक की सीमा से लगे 15 गांव नाले के उफान पर आने से शहर से कट गए। दोपहर में देवी और बड़ोस के बीच उफनाए नाले को पार करते समय बाइक सवार बह गया। किनारे खड़े ग्रामीणों ने उसे बाहर निकाला। पिपल से कोपरावाड़ी मार्ग पर जाम नदी के रपटे पर पानी आ गया। जिले में अभी तक 1452.1 मिमी (57 इंच) औसत वर्षा दर्ज की गई है, जबकि गत वर्ष इसी अवधि में 863 मिमी (34 इंच) औसत वर्षा दर्ज की गई थी।
नर्मदापुरम में सबसे ज्यादा साढ़े 3 इंच पानी गिरा
24 घंटे यानी मंगलवार सुबह साढ़े 8 बजे से बुधवार सुबह साढ़े 8 बजे तक नर्मदापुरम में साढ़े 3 इंच, पचमढ़ी में 3 इंच, सागर, रायसेन, छिंदवाड़ा में 2.5-2.5 इंच, गुना, मंडला, नरसिंहपुर में 2-2 इंच, इंदौर, भोपाल, दमोह में 1.5-1.5 इंच, शिवपुरी, दतिया, रीवा, खरगोन, खंडवा और जबलपुर में करीब 1-1 इंच, ग्वालियर, खरगोन, सतना, उज्जैन, बैतूल और सीधी में आधा-आधा इंच पानी गिरा है। इसके अलावा धार और उमरिया भी भीगे हैं।