भारत में फिर होगी आईएटीए की सालाना बैठक
नई दिल्ली । भारत अगले साल इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) की सालाना आम बैठक की मेजबानी करेगा। यह विमानन क्षेत्र में दुनिया का एक प्रमुख कार्यक्रम है और भारत में इसका आयोजन 42 साल बाद हो रहा है। दुनिया की लगभग सभी विमानन कंपनियों, विमान विनिर्माताओं और इस उद्योग से जुड़ी दूसरी संस्थाओं के प्रमुख और शीर्ष अधिकारी वैश्विक विमानन क्षेत्र पर चर्चा करने के लिए आईएटीए की सालाना आम बैठक में जुटते हैं। यह विमानन उद्योग के सबसे महत्त्वपूर्ण कार्यक्रमों में गिना जाता है। आईएटीए ने कहा कि बाजार हिस्सेदारी के लिहाज से भारत की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो 8 से 10 जून, 2025 तक दिल्ली में आयोजित होने वाली इस बैठक और वर्ल्ड एयर ट्रांसपोर्ट समिट की मेजबान होगी। वैश्विक हवाई यातायात में 80 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी वाली करीब 330 विमानन कंपनियां आईएटीए की सदस्य हैं। आईएटीए के महानिदेशक विली वाल्श ने कहा कि हम 2025 में आईएटीए की 81वीं वार्षिक आम बैठक के लिए समूचे उद्योग को दिल्ली में जुटाने के लिए तैयार हैं। दिल्ली में आईएटीए की वार्षिक आम बैठक हुए चार दशक से ज्यादा बीत चुके हैं। उन्होंने कहा कि विमानों के रिकॉर्ड ऑर्डर, प्रभावशाली वृद्धि और विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे के साथ भारत इस दशक में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा विमानन बाजार बनने जा रहा है। ऐसी उज्ज्वल संभावनाओं के बीच आईएटीए की वार्षिक आम बैठक के लिए भारत आने और यहां के विकास को देखने के लिए यह बिल्कुल सही समय है। वहीं इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने कहा कि हमें आईएटीए की 81वीं वार्षिक आम बैठक का मेजबान बनने पर गर्व है। हम 2025 में दिल्ली में वैश्विक विमानन बिरादरी का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं। उन्होंने कहा कि भारत अगले कुछ वर्षों में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग करते हुए यह देश चौथी औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व कर रहा है। पिछले कुछ साल में वैश्विक विमानन क्षेत्र में भारत का उदय उल्लेखनीय रहा है। आईएटीए की 81वीं वार्षिक आम बैठक भारत में कराने का फैसला दुबई में चल रही 80वीं बैठक में लिया गया। दिल्ली में यह बैठक तीसरी बार आयोजित की जाएगी। इससे पहले 1958 और 1983 में यह कार्यक्रम भारत में हुआ था। केंद्रीय विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि भारतीय विमानन क्षेत्र के लिए यह गर्व का क्षण है क्योंकि यह 81वीं वार्षिक आम बैठक की मेजबानी करने जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस क्षेत्र ने रिकॉर्ड यात्री संख्या, विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे का विकास, क्षेत्रीय संपर्क में वृद्धि और ऐतिहासिक विमान ऑर्डर के साथ शानदार विकास किया है।