जी-20 की बैठक में नहीं पहुंचा भारत का सबसे अजीज दोस्त मिस्र
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी महीने इजिप्ट जाएंगे। मोदी के 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद यह उनकी किसी अफ्रीकी देश की पहली यात्रा होगी। इस यात्रा से व्यापार, निवेश, खेती, रक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग मजबूत होने की उम्मीद है। इस मामले से जुड़े लोगों ने बताया कि सुरक्षा से लेकर नवीकरणीय ऊर्जा तक के क्षेत्रों में सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की यात्रा से वापस लौटते समय इस महीने मिस्र की यात्रा कर सकते हैं।
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सिसी 26 जनवरी, 2023 को भारत के 74वें गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि बनकर दिल्ली आए थे। यात्रा, तारीखें और एजेंडा पर अभी चर्चा जारी है। इस मामले से जुड़े लोगों का कहना है कि प्रधानमंत्री के 24 जून को अमेरिका की अपनी राजकीय यात्रा के समापन के तुरंत बाद मिस्र की यात्रा करने की उम्मीद है। सिसी गणतंत्र दिवस समारोह के लिए भारत द्वारा मेजबानी करने वाले पहले मिस्र के नेता थे। बता दें कि दोनों देश इस साल राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।
22 मई को मिस्र की तरफ से कोई भी डेलीगेट्स जी20 मीटिंग में नहीं पहुंचा तो पाकिस्तान की खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा। मिस्र के अलावा तुर्की और सऊदी अरब भी इस बैठक में शामिल नहीं हुए। बता दें कि मिस्र जी-20 का सदस्य नहीं है। उसे बतौर गेस्ट इस मीटिंग में शामिल होने का न्यौता मिला था। इसके बावजूद मिस्र इस बैठक में शामिल नहीं हुआ।