नियमित रूप से अपनी कमाई का 25 फीसदी दान करते थे झुनझुनवाला
मुंबई । देश के प्रख्यात निवेशक और उद्यमी राकेश झुनझुनवाला का रविवार सुबह 62 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। झुनझुनवाला कई स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित थे और कुछ सप्ताह पहले उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी। राकेश झुनझुनवाला की कुल नेटवर्थ लगभग करीब 46 हजार करोड़ रुपए थी। वह अपनी कमाई का 25 फीसदी हिस्सा चैरिटी के लिए देते थे। राकेश झुनझुनवाला के स्टॉक पोर्टफोलियो की बारे में तो सभी जानते हैं, लेकिन उनका चैरिटी पोर्टफोलियो काफी बड़ा था। वे स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए काफी धन दान में देते थे। झुनझुनवाला अपनी कमाई का 25 फीसदी दान देते थे। वे सेंट जूड में भी योगदान देते है। ये संस्था कैंसर से पीड़ित बच्चों के लिए काम करती है।
झुनझुनवाला अगस्त्य इंटरनेशनल फाउंडेशन और अर्पण संस्था को भी दान देते थे। वे अशोक यूनिवर्सिटी, फ्रेंड्स ऑफ ट्राइबल्स सोसाइटी और ओलंपिक गोल्ड क्वेस्ट का भी समर्थन करते हैं। वे नवी मुंबई में एक आखों का हॉस्पिटल बनाने जा रहे थे, जिसमें हर साल 15,000 फ्री सर्जरी हो सकेगी। राकेश झुनझुनवाला जब कॉलेज में थे तभी 1985 में स्टॉक मार्केट में निवेश करना शुरू कर दिया था। उस समय बीएसई सेन्सेक्स 150 अंक के आस-पास था और झुनझुनवाला ने महज 5,000 रुपए के साथ निवेश की शुरुआत की थी। हालांकि, ये रकम भी उस समय में काफी ज्यादा थी।
राकेश झुनझुनवाला की कुल नेटवर्थ इस समय लगभग 39 करोड़ रुपए के आस-पास थी। राकेश झुनझुनवाला को कई निवेशक अपने गुरु के रूप में देखते हैं लेकिन झुनझुनवाला भी किसी को अपना गुरु मानते थे। उनका नाम है राधाकिशन दमानी। डी-मार्ट के संस्थापक राधाकिशन दमानी को झुनझुनवाला अपना गुरु मानते थे और कहते थे कि उन्होंने दमानी से ही ट्रेडिंग के गुर सीखे।