शंकर व्याख्यानमाला में कार्य-कारण विवेक पर व्याख्यान रविवार को
भोपाल : शंकर व्याख्यानमाला के 43वें संस्करण में रविवार 24 अप्रैल को सुबह 11 बजे चिन्मय मिशन कोयम्बटूर के आचार्य स्वामी अनुकूलानंद सरस्वती द्वारा कार्य-कारण विवेक विषय पर व्याख्यान दिया जाएगा। प्रमुख सचिव संस्कृति और आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास के न्यासी सचिव श्री शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि न्यास द्वारा अद्वैत वेदांत के लोक व्यापीकरण के लिए प्रतिमाह व्याख्यान किया जाता है। आम जनमानस में ब्रह्म बोध को सुगम बनाने के लिए इस विशेष शृंखला में पंचकोश विवेक, अवस्थात्रय विवेक, शरीरत्रय विवेक, पंचभूत विवेक और दृग-दृश्य विवेक के बाद अब कार्य-कारण विवेक विषय के माध्यम से अनित्य का निषेध और नित्यब्रह्म का अनुसंधान किया जाएगा। व्याख्यानमाला का लाइव प्रसारण न्यास के यूट्यूब चैनल और फेसबुक पेज पर किया जाएगा।
स्वामी अनुकूलानंद सरस्वती
स्वामी अनुकूलानंद सारस्वती ने दो वर्षों तक सांदीपनी साधनालय, चिन्मय मिशन में वेदांत का अध्ययन किया। उन्होंने 15 अगस्त, 2000 को ब्रह्मचर्य दीक्षा और वर्ष 2013 में शिवरात्रि के पावन दिवस पर स्वामी तेजोमयानंद सरस्वती से संन्यास दीक्षा प्राप्त की। स्वामीजी अखिल भारतीय चिन्मय युवा केंद्र, दक्षिण क्षेत्र के निदेशक के साथ चिन्मय अंतर्राष्ट्रीय आवासीय विद्यालय, कोयम्बटूर के आवासीय निदेशक के रूप में भी कार्यरत हैं। साथ ही चिन्मय एजुकेशन सेल के बोर्ड सदस्य तथा चिन्मय विश्वविद्यापीठ प्रबंधन बोर्ड के भी सदस्य हैं। स्वामीजी भगवद्गीता, उपनिषद् एवं 'आधुनिक समस्याओं के भारतीय समाधान' आदि विषयों पर व्याख्यानों और शिविरों का आयोजन करते हुए वेदान्त का व्यापक प्रचार प्रसार कर रहे हैं।