माइनिंग सेक्टर है आधुनिक सभ्यता की रीढ़-गुप्ता
जयपुर । अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस व पेट्रोलियम श्रीमती वीनू गुप्ता ने कहा है कि माइनिंग सेक्टर की भूमिका और अहमियत को इसी से समझा जा सकता है कि आज टेक्नोलोजिकल एडवांसमेंट, एनर्जी सिक्योरिटी और ससटेनेबल इकोनोमिक ग्रोथ की माइनिंग सेक्टर के बिना कल्पना ही नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि सही मायने मेें आधुनिक सभ्यता की बेकबोन है माइनिंग सेक्टर।
उन्होने कहा कि एक और जहां राजस्थान में बहुमूल्य मेजर व माइनर मिनरल्स के डिपोजिट्स हैं वहीं लाईम स्टोन के विपुल भण्डार के कारण राजस्थान देश का सीमेंट हब बन चुका है। रिकॉर्ड राजस्व अर्जन की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि गत वित्तीय वर्ष में 7000 करोड़ का रिकॉर्ड राजस्व अर्जित किया गया है व इस साल नया रिकॉर्ड बनाया जाएगा।श्रीमती गुप्ता ने चुनौतियों की चर्चा करते हुए कहा कि सेक्टर के सामने पर्यावरण संतुलन और स्वास्थ्य सेक्टर की चुनौतियां है। माइनिंग की आधुनिक तकनीक के उपयोग और सघन पौधारोपण से इससे निपटा जा सकता है वहीं सिलिकोसिस की बीमारी को लेकर सरकार गंभीर है। जम्मू कश्मीर यूटी की माइंस सचिव रश्मी सिंह ने कहा कि लिथियम की खोज ने जेके को नई पहचान दी है। जेके में श्रेष्ठ गुणवत्ता के सफायर की किश्तवाड में डिपोजिट को देखते हुए एमईसीएल के साथ करार किया गया है। उन्होंने बताया कि जेके में भी मिनरल्स के भण्डार है पर अभी काफी काम किया जाना है।