पिता के खिलाफ जाकर एक्टर बने नसीर....
अपने दमदार अभिनय से दर्शकों के दिल में खास जगह बनाने वाले बॉलीवुड एक्टर नसीरुद्दीन शाह आज अपना 73वां जन्मदिन मना रहे हैं। एक नवाब परिवार से आने वाले नसीरुद्दीन शाह का जन्म 20 जुलाई साल 1950 में हुआ था। उनके पिता नहीं चाहते थे कि नसीर फिल्मों में काम करें। ऐसे में अपने पिता के खिलाफ जाकर उन्होंने अभिनय की दुनिया को चुना। नसीरुद्दीन शाह का थियेटर से लेकर फिल्मों तक का सफर लाजवाब रहा है। उम्र के इस पड़ाव में भी नसीर ने अपने अभिनय की चमक फीकी नहीं दी है। समय के साथ-साथ उनका अभिनय निखरता चला गया। आज उनके जन्मदिन के मौके पर बात करेंगे उनके द्वारा निभाए गए दमदार किरदारों के बारे में। तो चलिए शुरू करते हैं...
किरदार : अनिरुद्ध परमार
फिल्म : स्पर्श (1979)
सईं परांजपे के निर्देशन में बनी इस फिल्म में नसीरुद्दीन शाह ने दमदार अभिनय किया है। इसमें उनके साथ शबाना आजमी भी नजर आईं। इन दोनों ने इस फिल्म में अंधों के किरदार निभाए हैं। फिल्म के नाम के हिसाब से यह अंधे लोग सिर्फ एक दूसरे के स्पर्श से ही प्यार कर बैठते हैं। कुछ कारणों की वजह से यह फिल्म भले ही लगभग चार साल बाद रिलीज हुई हो लेकिन फिर भी इस फिल्म के लिए नसीरुद्दीन शाह को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अलावा सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के फिल्मफेयर पुरस्कार के लिए उन्हें नामांकन भी मिला।
फिल्म : आक्रोश (1980)
किरदार : भास्कर कुलकर्णी
इस फिल्म में नसीरुद्दीन शाह वकील के किरदार में खूब जमे। फिल्म में शानदार अभिनय के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के फिल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। गोविंद निहलानी के निर्देशन में बनी इस फिल्म में नसीरुद्दीन शाह, ओम पुरी, अमरीश पुरी और स्मिता पाटिल ने मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं।
फिल्म : चक्र (1981)
किरदार : लुक्का
इस फिल्म में भी नसीर के किरदार ने खूब वाहवाही लूटी। फिल्म में वह एक दलाल और उठाईगिरा लुक्का के किरदार में नजर आए। बेशक उसका धंधा गंदा है लेकिन लुक्का का दिल बहुत साफ होता है। इस फिल्म में भी नसीरुद्दीन ने बेहतरीन अभिनय कर दिखाया है। इसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के फिल्मफेयर पुरस्कार से नवाजा गया।
फिल्म : सरफरोश (1999)
किरदार : गुलफाम हसन
इस फिल्म में विलेन बनकर नसीरुद्दीन ने अपने अभिनय का लोहा मनवाया। फिल्म की शुरुआत में वह अपने आप को एक पाकिस्तानी गजल गायक गुलफाम हसन के रूप में पेश करते हैं। जबकि, बाद में वह एक पाकिस्तानी आतंकवादी बन कर सामने आते हैं। फिल्म में नसीरुद्दीन के अलावा आमिर खान, सोनाली बेंद्रे, मुकेश ऋषि, गोविंद नामदेव और प्रदीप रावत मुख्य भूमिकाओं में हैं। इस फिल्म में भी शानदार अभिनय के लिए नसीरुद्दीन को सर्वश्रेष्ठ खलनायक के फिल्मफेयर पुरस्कार के लिए नामित किया गया।
फिल्म : इश्किया (2010 )
किरदार : खालूजान
अभिषेक चौबे के निर्देशन में बनी फिल्म इश्किया में भी नसीरुद्दीन शाह ने कमाल का अभिनय किया। नसीरुद्दीन ने अपनी परफॉर्मेंस के लिए खूब वाहवाही लूटी थी। अभिनय से लेकर मजेदार डायलॉग्स और कॉमिक टाइमिंग तक, खालूजान का एक-एक सीन शानदार था।
फिल्म : द डर्टी पिक्चर (2011)
किरदार : सूर्यकांत
इस फिल्म में नसीरुद्दीन शाह का रंगीन मिजाज देखने को मिला था। नसीरुद्दीन शाह ने फिल्म में सूर्यकांत का किरदार निभाया था। सूर्यकांत दक्षिण भारतीय फिल्मों का एक सुपरस्टार है। वह शादी के बाद भी दूसरी औरतों के साथ संबंध रखने के लिए बदनाम है। फिल्म के मुख्य किरदार सिल्क यानी विद्या बालन से भी उसके संबंध रहते हैं जबकि सिल्क उम्र में उससे बहुत छोटी रहती है। फिल्म में शानदार अभिनय के लिए नसीरुद्दीन शाह को सर्वश्रेष्ठ सहायक कलाकार के फिल्मफेयर पुरस्कार के लिए नामित किया गया।