अब एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर बनेंगी सड़कें
भोपाल । मध्यप्रदेश में यूं तो अनेक सड़कें बन रहीं हैं पर भारतमाला परियोजना के तहत बन रहा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे कई मामलों में अनूठा है। एक लाख करोड़ रुपए की लागत से बननेवाला यह 8 लेन एक्सप्रेस-वे केंद्र सरकार का तो ड्रीम प्रोजेक्ट है ही, साथ ही मध्यप्रदेश के लिए भी बड़ी सौगात है। प्रदेश में यह तीन जिलों रतलाम, मंदसौर और झाबुआ से गुजरेगा। खास बात यह है कि रतलाम, मंदसौर और झाबुआ से गुजरनेवाले हिस्से में एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ गांवों—खेतों में जाने के लिए सड़कें बनाई जाएंगी।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का करीब 244 किमी का हिस्सा इन जिलों से गुजरेगा। यहां किसानों के लिए एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ समानांतर 10-10 फीट चौड़ी सड़क भी बनाई जाएगी। यहां डब्ल्यूबीएम सड़क बनाई जाएंगी। इन सड़कों के लिए भू-अर्जन प्रस्ताव भेज दिए गए हैं। केंद्र सरकार से स्वीकृति मिलते ही इसकी प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी। तीनों जिलों के किसानों की मांग पर यह पहल की गई है।दरअसल दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का निर्माण शुरू होने के बाद किसानों का उनके खेतों तक जाने का रास्ता भी खत्म हो गया था। किसान सालभर से इस परेशानी का सामना कर रहे हैं। एक्सप्रेस-वे खेतों के बीच से निकल रहा है और प्रोजेक्ट के लिए किसानों ने बिना आपत्ति जमीन दे दी थी पर उनके खेतों में जाने में दिक्कत हुई तो किसानों ने खेतों तक जाने के लिए सड़क बनाने की मांग शुरू की।
16 सितंबर 2021 को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी एक्सप्रेस-वे का ट्रॉयल लेने आए तब किसानों ने उन तक यह दर्द पहुंचाया- इसके लिए सितंबर 2021 में किसानों ने तीन दिन तक धरना भी दिया था। जब 16 सितंबर 2021 को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी एक्सप्रेस-वे का ट्रॉयल लेने आए तब किसानों ने उन तक यह दर्द पहुंचाया। उन्होंने किसानों की समस्या के निराकरण के लिए राज्य सरकार द्वारा समानांतर सड़क बनाने का प्रस्ताव भेजने को कहा था।