आर्टिकल 370 को लेकर भारत के खिलाफ धरने कराएगा पाकिस्तान
इस्लामाबाद । पाकिस्तान आर्टिकल 370 को लेकर भारत की दुनियाभर में छवि खराब करने की तैयारी कर रहा है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इसे लेकर एक टूल किट जारी की है। इसमें पाक ने दुनिया के अलग-अलग देशों में अपने दूतावास और हाई कमिशन को 5 अगस्त को भारत के खिलाफ प्रदर्शन करने के निर्देश दिए हैं।
पाकिस्तान 5 अगस्त को यौम-ए- इस्तेशाल यानी शोषण के दिन के तौर पर मनाएगा। दरअसल, 5 अगस्त 2019 को केंद्र सरकार ने कानून लाकर जम्मू-कश्मीर को खास दर्जा देने वाले संविधान के आर्टिकल 370 को खत्म कर दिया था।
आर्टिकल 370 हटाने के चार साल पूरे होने से पहले ही पाकिस्तान ने अपना प्रोपोगैंडा फैलाना शुरू कर दिया है। इसी महीने में पाकिस्तान ने तुर्किये में अपने दूतावास में कश्मीर पर एक सेमिनार कराया। इसे जम्मू कश्मीर विवाद, समाधान की खोज नाम दिया गया था। दरअसल, तुर्किये कश्मीर मामले में पाकिस्तान का समर्थन और भारत का विरोध करता है। ऐसे में पाकिस्तान के लिए वहां इस तरह के आयोजन करना आसान है। इसी तरह का एक सेमिनार पाकिस्तान ने पीओके में भी कराया था। वहीं, पाक अधिकृत कश्मीर में एक पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन भी कराया जाएगा।
जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध बेहद खराब हो गए थे। उस वक्त पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान थे। उन्होंने कहा था कि जब तक जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 बहाल नहीं किया जाएगा, तब तक भारत से कोई बातचीत नहीं होगी। इधर, भारत ने भी कहा कि जब तक आतंकियों पर कार्रवाई नहीं की जाती, तब तक बातचीत का सवाल ही नहीं। तब से 4 चार साल बाद तक 5 अगस्त के दिन पाकिस्तान देशभर में भारत के खिलाफ धरने और प्रदर्शन कराता है। यहां तक की पाकिस्तान के नेता जब दूसरे देशों में जाते हैं तो वो भी कश्मीर के मुद्दे पर भारत को कोसने का मौका ढूंढ लेते हैं।
पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ ने साल की शुरुआत में भारत से बातचीत की गुहार लगाई और फिर आर्टिकल 370 का बहाना लेकर पलट गए। शाहबाज ने अल अरेबिया को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि भारतीय लीडरशिप और प्रधानमंत्री मोदी को मेरा संदेश है कि आइए मेज पर बैठते हैं और हमारे बीच के कश्मीर जैसे मसलों पर समझदारी से बात करते हैं। इसके बाद पाक पीएमओ ने अपने बयान में कहा था - प्रधानमंत्री की बात को गलत तरीके से लिया गया। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि भारत से बातचीत सिर्फ तभी हो सकती है जब वो कश्मीर में 5 अगस्त 2019 का स्टेटस बहाल करे। आर्टिकल 370 और धारा 35ए को बहाल करना होगा।