सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने के लिए पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड हुआ सख्त
भोपाल । सिंगल यूज प्लास्टिक के मामले में प्रदूषण नियन्त्रण विभाग ने सख्त कार्रवाई करते हुए सिंगल यूज प्लास्टिक आयटम बनाने वाली 10 से ज्यादा कम्पनियों के लायसेंस निरस्त कर दिए हैं। लायसेंस निरस्त होने के बाद अभी तक 11 कम्पनियों ने अपने सिंगल यूज प्लास्टिक व पॉलीथिन सम्बन्धित प्रोडक्शन यानी उत्पादन बन्द कर दिये हैं। इसी के साथ पॉल्यूशन कन्ट्रोल बोर्ड ने नगरनिगम को पत्र लिखकर सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ सघन मुहिम चलाने को कहा है।
एक जुलाई से शहर सहित सारे राज्य में सिंगल यूज प्लास्टिक इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ प्रदूषण नियंत्रण प्रशासन ने सख्त मुहिम छेड़ रखी है। चाय की दुकानों से लेकर, खाद्य सामग्री सम्बन्धित व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, मैरिज गार्डन, शराब दुकानों के अहाते, सामाजिक व सार्वजनिक समारोह कार्यक्रमों में इस्तेमाल होने वाले ग्लास, कप, प्लेट, अन्य सिंगल यूज प्लास्टिक सबंधित सामानों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। इस मामले में दोषी पाए जाने पर ऑनस्पॉट चालान बनाने के साथ ही प्रतिबंधित प्लास्टिक आयटम और पॉलीथिन जब्त की जा रही है। इधर प्रदूषण नियंत्रण विभाग इंदौर ने सिंगल यूज प्लास्टिक सम्बन्धित सामग्री बनाने वाली 11 कम्पनियों के उत्पादन पर सम्पूर्ण तरह से रोक लगाते हुए उनके लायसेंस निरस्त कर दिए हैं। जिनके लायसेंस निरस्त किये गए हैं, उनमें 9 कम्पनियां इंदौर तो 2 कम्पनियां खण्डवा की हैं।
संख्या कम्पनी स्थान
1 आस्था इंटरप्राइजेज इंदौर
2 कविता प्लास्टिक इंदौर
3 ज्योति प्लास्टिक इन्दौर
4 बीएस प्लास्टिक इंदौर
5 ओसिया इंडस्ट्रीज इंदौर
6 अमन पैकेजिंग इंदौर
7 बाबा प्लास्टिक इंदौर
8 एसएम प्रोडक्ट्स इन्दौर
9 ओमकार प्लास्टिक इंदौर
10 जैन प्लास्टिक खण्डवा
11 आस्था इंटरप्राइजेज खण्डवा
नजर आने लगे मिट्टी के कुल्हड़ व स्टील के बर्तन
प्रदूषण विभाग की सख्ती का असर शहर में अब नजर आने लगा है। चाय-कॉफी की दुकानों में कुल्हड़, कागज के कप, स्टील व कांच के ग्लासों का इस्तेमाल होता नजर आने लगा है। पॉल्यूशन कन्ट्रोल बोर्ड का कहना है कि 6 जुलाई तक नगरीय निकायों के चुनाव के चलते सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ मुहिम स्लो चल रही थी, मगर अब सघन मुहिम चलेगी, वहीं नगर निगम का कहना है कि सब्जी-फल बेचने वालों के अलावा अब मैरिज गार्डन, धर्मशालाओं में भी सतत नजर रखी जा रही है।