9 राज्यों में भीषण गर्मी के कारण बिजली की खपत शीर्ष पर
नई दिल्ली । देश के कई हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से भीषण गर्मी का प्रकोप दिख रहा है। खासकर यूपी, बिहार, राजस्थान, महाराष्ट्र जैसे 9 राज्यों में गर्मी ने अप्रैल माह से ही अपना तेवर दिखाना शुरू कर दिया है। दिल्ली से सटे गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम में भी अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया है। गर्मी बढ़ने से बिजली की खपत भी बढ़ गई है। इसके बाद यूपी-बिहार के कई जिलों में घंटों बिजली गुल होने लगी है। कहीं मेंटेनेंस, कहीं फाल्ट होने से बिजली की समस्या से शहर से लेकर देहात तक के लोग जूझ रहे हैं। दिल्ली-एनसीआर में जनवरी, फरवरी और मार्च महीने के मुकाबले बिजली की खपत अप्रैल में दोगुनी हो गई।
शहरों में एसी के बढ़ते चलन के कारण शहरी क्षेत्र में खपत तेजी से बढ़ रही है। कई राज्यों में बिजली की खपत का एक नया रिकॉर्ड दर्ज किया जा रहा है। केरल में बिजली की दैनिक खपत 17 अप्रैल को 10 करोड़ 35 लाख यूनिट (एमयू) के आंकड़े को छू गई है। वहीं, यूपी, बिहार और महाराष्ट्र में भी बिजली की खपत में रिकॉर्ड बढोतरी हुई है।
ऊर्जा मंत्रालय के अनुसार आर्थिक गतिविधियों के बढ़ने से देश में सालाना आधार पर वित्त वर्ष 2022-23 में बिजली की खपत 9.5 फीसदी बढ़कर 1,503.65 अरब यूनिट्स पर पहुंच गई है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 2021-22 में 1,374 अरब यूनिट्स की खपत हुई थी। केंद्रीय इलेक्ट्रिसिटी प्राधिकरण का कहना है कि 2022-23 में एक दिन में सबसे ज्यादा बिजली की खपत 207.23 गीगावाट रही जो उसके पहले के साल में 200.53 गीगावाट थी।
वहीं, जानकारों का कहना है कि बिजली की खपत चालू वित्त वर्ष में भी ज्यादा रह सकती है। ऊर्जा मंत्रालय का अनुमान है कि इस गर्मी में एक दिन में यह 229 गीगावट के स्तर को छू सकती है। मंत्रालय ने इस संबंध में पहले ही कोल आधारित संयंत्रों को पूरी क्षमता के साथ परिचालन करने का निर्देश दिया है।
भीषण गर्मी के चलते दिल्ली में बिजली की पीक डिमांड अब 7,144 मेगावाट रिकॉर्ड पर पहुंच गई है। निजी बिजली वितरण कंपनियां डिस्कॉम की ओर से भले ही पर्याप्त बिजली सप्लाई का दावा हो हो, लेकिन बिजली की किल्लत और अन-शेड्यूल पावर कट भी होना शुरू हो गया है।
खासकर यूपी, बिहार, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, उड़ीसा और झारखंड जैसे राज्यों में बिजली की डिमांड बढ़ गई है। बिजली वितरण कंपनियों का कहना है कि बिजली पर्याप्त मात्रा में दी जा रही है, जहां से भी बिजली गुल होने की शिकायतें आ रही हैं, वह लोकल फाल्ट की वजह से हो सकती हैं।