बाबा अमरनाथ यात्रा को लेकर पंजीयन प्रक्रिया पूरी
भोपाल । राजधानी में बाबा अमरनाथ यात्रा को लेकर पंजीयन प्रक्रिया पूरी हो गई है। 30 जून से 11 अगस्त तक चलने वाली यात्रा को लेकर अब तक अलग-अलग बैंक व आनलाइन माध्यम से साढ़े छह हजार पंजीयन हो चुके हैं। पंजीयन प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। मालूम हो कि कोरोना वायरस महामारी के कारण दो साल बाद हो रही अमरनाथ यात्रा को लेकर लोग उत्साहित हैं। कोरोना से पहले जितने यात्री इसमें रुचि दिखाते थे, इस बार उत्साह उससे कहीं ज्यादा है। पिछले दो वर्ष 2020 और 2021 में कोरोना संक्रमण के कारण यात्रा रद हो गई थी। दो साल से शहरवासी अमरनाथ की यात्रा नहीं कर पाए थे, इसलिए इस बार दोगुना उत्साह देखने को मिल रहा है। कोरोना से पहले हर साल अमरनाथ यात्रा पर आठ हजार यात्री जाते थे, लेकिन इस बार 15 हजार यात्री शहर से जाएंगे। मंडल अमरनाथ श्राइन बोर्ड से मांग करता आ रहा था की अमरनाथ यात्रा के लिए आनलाइन पंजीयन का कोटा बढ़ाया जाए। मंडल की इस मांग को मानते हुए श्राइन बोर्ड द्वारा इस वर्ष अमरनाथ यात्रा के लिए आनलाइन पंजीयन का कोटा 12 गुना बढ़ाया गया था। इस पर भी ओम शिव सेवा शक्ति मंडल के पदाधिकारियों व सदस्यों ने श्राइन बोर्ड के प्रति आभार व्यक्त किया।श्राइन बोर्ड ने दुर्घटना बीमा तीन से बढ़ा कर पांच लाख रुपये प्रति यात्री कर दिया है। इस पर तीर्थ यात्रियों ने खुशी जताई है। ओम शिव शक्ति सेवा मंडल के सचिव रिंकू भटेजा ने बताया कि मंडल द्वारा श्राइन बोर्ड को पत्र लिखकर मांग की गई थी कि अमरनाथ यात्रियों की दुर्घटना बीमा राशि को बढ़ाया जाए, जो कि वर्ष 2019 में तीन लाख रुपये थी। श्राइन बोर्ड ने मंडल की इस मांग को मानते हुए दुर्घटना बीमा राशि को तीन लाख से बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दिया गया है।भोपाल । राजधानी सहित पूरे मध्य प्रदेश में दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। इसकी वजह हवाओं को रुख उत्तरी होने को बताया जा रहा है। कुछ दिनों बाद पुन: तापमान में बढोत्तरी दर्ज होने का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार, वर्तमान में मध्य प्रदेश में तीन मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं, लेकिन पर्याप्त नमी नहीं मिलने के कारण बारिश होने के आसार कम ही हैं। शुक्रवार को सागर, रीवा संभागों के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। शेष जिलों में तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी। उधर गुरुवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 43.6 डिग्री सेल्सियस तापमान राजगढ़ में दर्ज किया गया।पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला के अनुसार, जम्मू-कश्मीर एवं उसके आसपास बना पश्चिमी विक्षोभ उत्तराखंड की तरफ बढ़ गया है। उत्तर-पश्चिमी मध्यप्रदेश पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर एक ट्रफ लाइन तमिलनाडु तक बनी हुई है। इसी चक्रवात से एक अन्य ट्रफ लाइन मेघालय तक बनी है। हालांकि पर्याप्त नमी नहीं मिलने के कारण इन तीनों मौसम प्रणालियों का विशेष प्रभाव नहीं पड़ रहा है। इस वजह से शुक्रवार से एक बार फिर दिन के तापमान में बढोतरी होने लगेगी। शनिवार से प्रदेश में खंडवा, खरगोन जिलों में फिर लू चल सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी पीके साहा के अनुसार, गुरुवार को शहर का अधिकतम तापमान 40.9 डिग्रीसे. दर्ज किया गया, जो सामान्य रहा। यह बुधवार के अधिकतम तापमान 41.7 डिग्रीसे. के मुकाबले 0.8 डिग्रीसे. कम रहा। साहा के मुताबिक हवा का रुख उत्तरी होने से अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्रीसे. दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्रीसे. अधिक रहा। साथ ही यह बुधवार के न्यूनतम तापमान 25.0 डिग्रीसे. के मुकाबले 1.4 डिग्रीसे. अधिक रहा।