कटनी में भाजपा नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर
भोपाल । कटनी में महापौर पद के लिए भाजपा-कांग्रेस में सीधा मुकाबला है। भाजपा को इस बार कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा की ही एक पूर्व पार्षद ने बगावत कर निर्दलीय पर्चा दाखिल किया था, जिससे डर है कि भाजपा के वोट कट सकते हैं। इसका फायदा कांग्रेस को मिल सकता है। महापौर पद के लिए आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार की मौजूदगी भी कांग्रेस के लिए लाभदायक है।
कटनी नगर निगम में 1.94 लाख मतदाता है। इनमें से करीब 60 प्रतिशत ने 13 जुलाई को मतदान किया था। 45 वार्डों में पार्षद पद के 186 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि महापौर पद के लिए 12 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। मुख्य मुकाबला कांग्रेस की श्रेया रौनक खंडेलवाल और भाजपा की ज्योति दीक्षित में है। भाजपा की पूर्व पार्षद प्रीति संजीव सुरी ने निर्दलीय पर्चा दाखिल कर भाजपा की परेशानियां बढ़ाई जरूर है, पर कितना नुकसान पहुंचा सकेंगी यह देखना होगा।
जिन पांच नगर निगमों में 13 जुलाई को वोटिंग हुई थी, उनमें कटनी महत्वपूर्ण है। कटनी खजुराहो संसदीय क्षेत्र में आने वाला इकलौता नगर निगम है। इस वजह से सांसद और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा की साख और प्रतिष्ठा यहां दांव पर है। अपने इलाके की नगर निगम को जितवाना उनके लिए बड़ी चुनौती है। राज्य के पूर्व मंत्री संजय पाठक की प्रतिष्ठा भी कटनी में दांव पर रहेगी।
शर्मा तो चार-पांच दिन लगातार कटनी में रहे। चार दिन में दो बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का दौरा हुआ। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी रोड शो किया था। भाजपा के लिए यह चुनाव आसान नहीं है। कांग्रेस और बागी प्रत्याशी के साथ ही आप की चुनौती भी है। सिंगरौली में जो हुआ, उसे देखते हुए आप उम्मीदवार अच्छे-खासे वोट बटोर सकती है।
भाजपा प्रत्याशी ज्योति विनय दीक्षित के पास जहां तीन करोड़ 94 लाख रुपये की संपत्ति है। श्रेया रौनक खंडेलवाल के पास करीब एक करोड़ 28 लाख रुपये की चल-अचल संपत्ति है। श्रेया के नाम पर खुद का कोई वाहन नहीं है जबकि ज्योति के नाम एक दोपहिया वाहन और दो हाईवा हैं। ज्योति दीक्षित के पास पांच लाख रुपये के सोने-चांदी के आभूषण है, जबकि श्रेया खंडेलवाल के पास करीब 12.37 लाख रुपये के।