छह महीने के एक्सटेंशन से कई अफसरों की उम्मीदों पर फिरा पानी....
राजस्थान सरकार की मुख्य सचिव सीनियर आईएएस अफसर उषा शर्मा को 6 महीने का एक्सटेंशन दिया गया है। जिससे साफ हो गया है कि उषा शर्मा ही गहलोत सरकार में मुख्य सचिव रहेंगी। उषा शर्मा के एक्सटेंशन के साथ इस पद की दौड़ में चल रहे कई सीनियर आईएएस अफसरों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। इनमें वीनू गुप्ता, सुबोध अग्रवाल, शुभ्रा सिंह, राजेश्वर सिंह जैसे ब्यूरोक्रेट्स शामिल थे।
राज्य सरकार के आग्रह पर केंद्र सरकार ने दी एक्सटेंशन को मंजूरी
भारत सरकार के अंडर सेक्रेटरी कुलदीप चौधरी ने राजस्थान सरकार के कार्मिक विभाग के प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर राजस्थान की मुख्य सचिव आईएएस उषा शर्मा की सेवाओं के एक्सटेंशन को मंजूरी देने की जानकारी दी है। पत्र में लिखा है राजस्थान सरकार के 16 जून 2023 के उस प्रपोजल को केंद्र सरकार ने मंजूर कर लिया है, जिसमें 1985 बैच की आईएएस अधिकारी और मुख्य सचिव राजस्थान सरकार उषा शर्मा के 6 महीने के लिए एक्सटेंशन मांगा गया था। 1 जुलाई 2023 से 31 दिसंबर 2023 तक उन्हें एआईएस (डीसीआरबी) रूल्स 1958 के नियम 16 (1) के तहत एक्सटेंशन की मंजूरी दी गई है। बतादें कि आईएएस अफसरों की सेवाओं को एक्सटेंशन देने का काम केंद्र सरकार ही करती है।
उषा शर्मा रहेंगी मौजूदा गहलोत सरकार में सीएस
मौजूदा कांग्रेस सरकार का कार्यकाल दिसंबर में पूरा हो जाएगा। इससे पहले विधानसभा चुनाव होना है। निर्वाचन आयोग की घोषणा के साथ ही प्रदेश में आचार संहिता भी लग जाएगी। ऐसे में अब चुनाव के दौरान भी उषा शर्मा ही मुख्य सचिव रहेंगी। उषा शर्मा सीएम अशोक गहलोत की विश्वसनीय अफसर हैं। वह विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी की रिश्तेदार हैं। सूत्रों के मुताबिक उन्हीं की सिफारिश पर उषा शर्मा को दिल्ली में पर्यटन मंत्रालय से राजस्थान कैडर में लाया गया था। उषा शर्मा 1985 बैच की आईएएस अफसर हैं। 30 जून 2023 को उनका रिटायरमेंट होना था। जिसे अब 6 महीने के लिए बढ़ा दिया गया है। अब वह 31 दिसंबर 2023 तक सेवा में रहेंगी।
जनकल्याण की योजनाओं और राहत शिविरों के इम्प्लीमेंटेशन के कारण भरोसा
प्रदेश में राज्य सरकार की जनकल्याण की योजनाओं और राहत शिविरों, प्रशासन गांवों और शहरों के संग अभियान समेत अच्छे मैनेजमेंट और मॉनिटरिंग, प्रशासन पर पकड़ के कारण ही उषा शर्मा को एक्सटेंशन दिलवाया गया है।
ये आईएएस अफसर सीएस पद की दौड़ में थे
उषा शर्मा के एक्सटेंशन के बाद सीनियर आईएएस वीनू गुप्ता, सुबोध अग्रवाल, शुभ्रा सिंह, राजेश्वर सिंह की सीएस बनने की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। वीनू गुप्ता 1987 बैच की आईएएस हैं, वे रेस में सबसे आगे थीं। वह पिछले एक साल से उद्योग, वाणिज्य कर विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव हैं। उनके अलावा सुबोध अग्रवाल, वी. श्रीनिवास, शुभ्रा सिंह, राजेश्वर सिंह, रोहित कुमार सिंह, संजय मल्होत्रा और सुधांश पंत सीनियर अफसर हैं। लेकिन वी. श्रीनिवास, रोहित कुमार सिंह, संजय मल्होत्रा और सुधांश पंत प्रतिनियुक्ति पर केंद्र सरकार में सेवाएं दे रहे हैं। ये चारों सीएस पद की दौड़ से बाहर बताए जा रहे थे। जबकि वीनू गुप्ता, सुबोध अग्रवाल, शुभ्रा सिंह और राजेश्वर सिंह मजबूत दावेदार थे।