भोपाल । राजधानी के नजदीक सीहोर जिले में स्थित वेल्लोर इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी (वीआइटी) यूनिवर्सिटी के छात्रावास में सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ करने पर सात विद्यार्थियों से जुर्माना वसूलने का मामला सुर्खियों में आने के बाद राज्य शासन ने भी इसका संज्ञान लिया है। प्रदेश के गृहमंत्री डा नरोत्तम मिश्रा ने इस मामले मं सीहोर कलेक्टर को जांच के आदेश दिए हैं। कलेक्टर विस्तार से जांच कर रिपोर्ट सौंपेंगे।
गृहमंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि विद्यार्थियों पर कोई जुर्माना नहीं होगा। हमने विश्वविद्यालय प्रबंधन को संदेश दे दिया है। मामले में विद्यार्थियों को समझाइश दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि आखिर हनुमान चालीसा हिन्दुस्तान में नहीं पढ़ेंगे, तो कहां पढ़ेंगे। मामला ऐसा नहीं है, जैसा प्रस्तुत किया जा रहा है। विद्यार्थियों ने सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ किया था। शोर के कारण दूसरे विद्यार्थियों और पालकों ने फोन पर प्रबंधन से शिकायत की थी। इसलिए प्रबंधन ने ऐसा किया।
उल्लेखनीय है कि इस तकनीकी शिक्षण संस्थान के छात्रावास में बीटेक द्वितीय वर्ष के 20 विद्यार्थियों ने एक कक्ष में एक साथ हनुमान चालीसा का पाठ किया था। दूसरे वर्ग के विद्यार्थियों ने शोर होने की शिकायत की। छात्रावास के वार्डन और सुरक्षाकर्मियों ने भी मामले की जानकारी दी थी। इस पर प्रबंधन ने सात विद्यार्थियों पर पांच-पांच हजार रुपये का जुर्माना लगा दिया था।

 


संस्कृति बचाओ मंच ने दी आंदोलन की चेतावनी
 वीआइटी के कुछ छात्रों पर हनुमान चालीसा पढऩे के कारण जुर्माना लगाए जाने का मसला तूल पकड़ता जा रहा है। संस्थान द्वारा छात्रों के खिलाफ इस कार्रवाई को लेकर हिंदूवादी संगठन उग्र हो उठे हैं। राजधानी भोपाल में सक्रिय संस्कृति बचाओ मंच नामक संस्था ने इस मामले में अपना विरोध दर्ज कराते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है। मंच का कहना है कि यदि वीआइटी प्रबंधन ने छात्रों पर जुर्माने का अपना निर्णय वापस नहीं लिया तो संस्थान में पहुंचकर सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। इस मामले में संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने कहा कि वीआइटी के छात्र अपने हॉस्टल के कमरे में अगर हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे थे तो उसके लिए उन्हें दंडित करना निदनीय है। क्या रोजे के समय में मुस्लिम छात्र अपने कमरों में सामूहिक रूप से नमाज नहीं पढ़ते। हमारे देश में शासकीय कर्मचारियों को पवित्र रमजान के महीने में नवाज के लिए अतिरिक्त समय दिया जाता है। आखिर हिंदुओं के साथ ही भेदभाव पूर्ण रवैया क्यों। अगर इस प्रकार की कार्रवाई हमारे छात्रों के खिलाफ की गई तो संस्कृति बचाओ मंच के कार्यकर्ता वीआइटी कैंपस में पहुंचकर सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे।