कपड़ा निर्यात को साल 2030 तक 100 अरब डॉलर पहुंचाने का लक्ष्य
पिछले वित्त वर्ष में सरकार ने 400 अरब डॉलर से ज्यादा का निर्यात करके एक नया रिकॉर्ड बनाया। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा इस साल हमारा फोकस देश के कपड़ा क्षेत्र में तेजी लाना है। कपड़ा उद्योग इस समय तेज गति से वृद्धि कर रहा है और हमें 2030 तक कपड़ा निर्यात को 100 अरब डॉलर तक पहुंचाने का प्रयास करना चाहिए।
भारत यूरोपीय संघ, कनाडा, ब्रिटेन और खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के सदस्य देशों के बाजारों में शून्य शुल्क पहुंच प्राप्त करने का भी प्रयास कर रहा है। भारत इन देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहा है। गोयल ने कहा, ‘‘वर्तमान भू-राजनीतिक स्थिति बदल रही है और यह उद्योग को निर्यात को बढ़ावा देने के लिए बड़े अवसर प्रदान करती है।’’ मंत्री ने देश में कपास उत्पादन को बढ़ाने की जरूरत पर भी जोर दिया क्योंकि कपास की कीमत आज अधिक है। हालांकि, सरकार कपास कीमतों पर नियंत्रण का लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि देश में कपास का उत्पादन 500 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर है, जो वैश्विक औसत का आधा ही है। ऐसे में देश में कपास उत्पादन को बढ़ाने की जरूरत है।
पेट्रोलियम उत्पाद, इंजीनियरिंग वस्तुओं, रत्न एवं आभूषण और रसायन क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन से वित्त वर्ष 2021-22 में भारत का वस्तुओं का निर्यात 418 अरब डॉलर का रिकॉर्ड बनाया था। भारत ने सबसे ज्यादा अमेरिका को निर्यात किया और उसके बाद संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), चीन, बांग्लादेश एवं नीदरलैंड का स्थान रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निर्यात आंकड़ा 400 अरब डॉलर के पार पहुंचने को एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा था कि यह आत्मनिर्भर भारत बनने की दिशा में मील का पत्थर है।