भारतीय मूल के थर्मन षणमुगरत्नम बन सकते हैं सिंगापुर के राष्ट्रपति
सिंगापुर में भारतीय मूल के पूर्व मंत्री थर्मन षणमुगरत्नम ने सोमवार को आगामी राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए आवेदन किया। षणमुगरत्नम ने यह आवेदन अभी राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए जरूरी प्रमाण पत्र पाने के लिए किया है। षणमुगरत्नम ने पिछले महीने ही राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव प्रचार की शुरुआत की है। षणमुगरत्नम ने अपने प्रचार की शुरुआत इस वादे के साथ की है कि वह देश की संस्कृति में बदलाव करते हुए सिंगापुर को दुनिया में अहम स्थान बनाए रखेंगे।
सिंगापुर में राष्ट्रपति पद के चुनाव सितंबर में होने हैं। मौजूदा राष्ट्रपति हलीमा याकूब का छह साल का कार्यकाल 13 सितंबर को समाप्त हो रहा है। षणमुगरत्नम ने इसी साल जून में 22 साल के लंबे राजनीतिक जीवन के बाद सक्रिय राजनीति से संन्यास लिया था। बता दें कि राजनीति में आने से पहले थर्मन एक अर्थशास्त्री और सिविल सेवक रहे। उन्होंने सिंगापुर के शिक्षा मंत्री, वित्त मंत्री और उप प्रधानमंत्री के तौर पर काम किया। षणमुगरत्नम अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व आर्थिक मंच और संयुक्त राष्ट्र समेत कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों में प्रमुख पदों पर काम कर चुके हैं।
षणमुगरत्नम के अलावा तीन और लोग राष्ट्रपति पद की रेस में
बता दें कि षणमुगरत्नम के अलावा तीन और उम्मीदवारों ने राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने के लिए जरूरी प्रमाण पत्र पाने के लिए आवेदन किया है। ये तीनों ही उम्मीदवार चीनी मूल के हैं। जिनमें जीआईसी इन्वेस्टमेंट के पूर्व चीफ एनजी कॉक सॉन्ग (75 वर्षीय), एंटरप्रेन्योर जॉर्ज गोह (63 वर्षीय) और राष्ट्रपति पद के पूर्व उम्मीदवार तान किन लियान (75 वर्षीय) का नाम शामिल है। हालांकि तान किन लियान ने कहा है कि उन्होंने प्रमाण पत्र पाने के लिए आवेदन तो कर दिया है लेकिन अभी तक उन्होंने ये तय नहीं किया है कि वह चुनाव लड़ेंगे या नहीं।