भोपाल। दिल्ली के राजेन्द्र नगर स्थित राव कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की हुई मौत के दर्दनाक हादसे के बाद सीएम मोहन यादव ने अभियान चलाकर ऐसे कोचिंग संस्थानो पर रोक लगाये जाने के आदेश दिये थे। सीएम के आदेश के बाद भोपाल जिला प्रशासन ने पूरी तरह एक्शन मोड में आ गया है। मैदानी स्तर पर जॉच और कार्यवाही को लेकर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के निर्देश पर आठ टीमों को कोचिंग सेंटरों की जांच के लिए तैनात किया गया हैं। 

 

सीएम के आदेश के बाद एक्शन मोड में आया जिला प्रशासन


इसी कड़ी में जिला प्रशासन की टीम एमपी नगर स्थित कोचिंग हब पहुंची, जहां कई कोचिंग्स के बेसमेट में चल रही गतिविधियों को बंद कर उन्हे सील करने की कार्रवाई की गई। जॉच के दौरान सामने आया कि एमपी नगर जोन-1 और जोन-2 में नियमो को दरकिनार करते हुए एमपीएससी, यूपीएससी नीट समेत अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग सेंटर का संचालन किया जाता है। जॉच के दौरान सामने आया कि कोचिंग क्लासेस के लिये बेसमेंट में ही क्लासरूम बनाए गए थे। ऐसे में यदि आग लगने या पानी भरने जैसी कोई अनहोनी की स्थिति बनती है, तो इन क्लासेस से बाहर निकालने का कोई दूसरा रास्ता नहीं बचता। वहीं इन स्थानो पर अग्निशमन यंत्र भी यहां मौजूद नहीं थे। 

क्या कहना है अधिकारियो का


जिला प्रशासन के अफसरो के अनुसार कलेक्टर के निर्देशानुसार एमपी नगर स्थित कोचिंग संस्थानों की जांच के लिये अनुविभागीय अधिकारी एमपी नगर आशुतोष शर्मा तहसीलदार सुनील वर्मा, नायब तहसीलदार अनामिका सर्राफ़ द्वारा राजस्व टीम, पुलिस विभाग, नगर निगम के जोनल अधिकारी, नगर निगम के फ़ायर अमला, वार्ड प्रभारी, इलेक्ट्रिकल सेफ्टी सतपुड़ा भवन के सेफ्टी इंचार्ज, बीडीए के इंजीनियर की संयुक्त टीम द्वारा जोन-2 स्थित कोचिंग संस्थानों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान कौटिल्य अकादमी, औरस एकेडमी, द लैंप क्लासेज, अनएकेडमी सेंटर, रेजोनेंस क्लासेस, स्टेप अप अकादमी, नीट मेंटर, मितेश राठी क्लासेस, फिजिक्स वाला कोचिंग, दुर्रानी क्लासेस का निरीक्षण करने पर इनमे बिना अनुमति के चल रही बेसमेंट मे क्लासेस को रोकने के लिये कार्यवाही करते हुए औरस एकेडमी ,कौटिल्य अकादमी, स्टेप अप एकेडमी ,अनएकेडमी,  नीट मेंटर एकेडमी, दुर्रानी क्लासेस का बेसमेंट का उपयोग पार्किंग के अलावा अन्य व्यवसायिक गतिविधि पाए जाने एवं भविष्य में बेसमेंट एरिया में क्लास संचालित ना हो इस आधार पर सील कर दिया गया है। आगे की कार्यवाही के लिये आला अफसरो को इसकी रिपोर्ट भेजी जा रही है।