पीसीसी चीफ के चयन का फैसला सोनिया गांधी पर छोड़ा
भोपाल । मानस भवन में कांग्रेस के संगठन चुनाव को लेकर बैठक आयोजित हुई। बैठक में मप्र कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल ने कहा मैं जिंदा कांग्रेस देखना चाहता हूं। अगर कोई फेसबुक, व्हाट्सएप पर चार लोगों के साथ फोटो भेज देंगे तो ये नहीं चलेगा। जमीन पर काम करना पड़ेगा। सड़क पर आएंगे, लाठी खाएंगे, जेल जाएंगे तब कांग्रेस जिंदा होगी। दिल्ली से आने वाले कार्यक्रम सड़कों पर दिखना चाहिए न कि बंद कमरों में। उन्होंने कहा कि मैं हर जिले में जाकर एक-एक व्यक्ति को पहचानूंगा। मैं खुद देखूंगा कि जिला कांग्रेस कमेटी, हमारे विधायक और पदाधिकारी क्या काम कर रहे हैं। कौन क्या काम कर रहा है। कितनी मेहनत कर रहे है और किस तरह से काम कर रहे हैं। इस बैठक में मप्र कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल, कांग्रेस निर्वाचन अधिकारी रामचंद्र खुटिया, पीसीसी चीफ कमलनाथ, नेता प्रतिपक्ष डॉ.गोविन्द सिंह सहित कांग्रेस के तमाम आला नेता इस बैठक में शामिल हुए। बैठक में प्रदेश भर से 800 डेलीगेट्स संगठन चुनाव के लिए पहुंचे। इस बैठक में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल ने बैठक में कहा एआईसीसी से जो प्रोग्राम आता है वो सड़क का प्रोग्राम होता है सड़क का प्रोग्राम नहीं होता। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी ने कहा मैं हर जिले में जाकर एक-एक व्यक्ति को पहचानूंगा। मैं खुद देखूंगा कि जिला कांग्रेस कमेटी, हमारे विधायक और पदाधिकारी क्या काम कर रहे हैं। कौन क्या काम कर रहा है। कितनी मेहनत कर रहा है किस तरह से आप काम कर रहे हैं। हमारी मप्र में सरकार नहीं गिरती लेकिन कुछ जयचंदों के कारण सरकार चली गई। कोई बात नहीं राजनैतिक पार्टियों के सामने चुनौतियां आती रहती हैं। इन चुनौतियों का सामना करते हुए हम मप्र में फिर से सरकार बनाएंगे।
हम फिर सरकार बनाएंगे
प्रदेश प्रभारी ने कहा कि हमारी मप्र में सरकार नहीं गिरती लेकिन कुछ जयचंदों के कारण सरकार चली गई। कोई बात नहीं राजनैतिक पार्टियों के सामने चुनौतियां आती रहती हैं। इन चुनौतियों का सामना करते हुए हम मप्र में फिर से सरकार बनाएंगे। अग्रवाल ने कहा आज सभी प्रतिनिधियों से मिलने आया हूं। हम बैठकर बातचीत करेंगे। राजनीति में डायलॉग्स होने जरूरी हैं। संवाद होता रहना चाहिए।
पीसीसी का निर्णय सोनिया पर छोड़ा
प्रदेश कांग्रेस कमेटी और ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी डेलीगेट्स की बैठक में कांग्रेस के संगठन चुनाव प्रभारी रामचंद्र खुटिया की मौजूदगी में सीएलपी लीडर डॉ. गोविन्द सिंह ने राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के चयन का निर्णय सोनिया गांधी पर छोडने का प्रस्ताव रखा। प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल और पीसीसी चीफ कमलनाथ की मौजूदगी में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित हुआ।
27 सितंबर को कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव
बैठक में प्रदेश भर से 800 डेलीगेट्स संगठन चुनाव के लिए पहुंचे। बता दें इसी माह 27 सितंबर को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होना है। प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव इसी सप्ताह होने की तैयारी थी, लेकिन इसके लिए किसी ने नामांकन नहीं भरा। अब पीसीसी चीफ के चयन का निर्णय भी सोनिया गांधी करेंगी।