भोपाल । इंदौर जिले में एसडीएम, जिला पंचायत सीईओ रहे प्रमोटी आईएएस डॉ. वरदमूर्ति मिश्र ने सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का आवेदन देने के बाद एक बार फिर अधिकारियों, खासकर प्रमोटी आईएएस के कलेक्टर नहीं बनने का दर्द झलकने लगा है।
बैच 2006 तक तो सभी सही चल रहा था, तब डायरेक्टर आईएएस केवल पांच-छह ही चुनकर आते थे और प्रमोटी भी कम होते थे, बैच दस से कम की थी, जिसके चलते सभी को पांच-छह साल में ही जिले की कमान मिल जाती थी, लेकिन साल 2007 में बैच 13 लोगों को हुई और इसके बाद से लगातर यह हर साल 20 से ज्यादा अधिकारियों की रही। बैच 2012 तो 33 अधिकारियों की है। इसके चलते अब आठ साल बाद भी डायरेक्ट आईएएस को कलेक्टर बनने का मौका नहीं मिल रहा है। अभी केवल 2013 बैच तक के ही अधिकारी जिलों में हैं। साल 2014 बैच शुरू भी नहीं हुई है, वहीं एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कई राज्यों में 2018-19 बैच के आईएएस को कलेक्टरी मिलने लगी है। बढ़ते  कैडर के कारण कई डायरेक्ट आईएएस जहां पदस्थापना का इंतजार करते रहते हैं, वहीं प्रमोटी आईएएस कलेक्टर बनने के बजाय वल्लभ भवन के छोटे-छोटे कमरों में पदस्थापना पाकर काम करने के लिए मजबूर रहते हैं।


यह अधिकारी कतार में
इंदौर में आईडीए सीईओ रहे विवेक श्रोत्रिय को साल 2012 बैच की आईएएस अवार्ड हुई है और उन्हें अभी तक किसी जिले की कलेक्टरी नहीं मिली, वहीं इंदौर में अपर कलेक्टर रहे औऱ् वर्तमान में भोपाल में पदस्थ कैलाश वानखेडे 2013 के प्रमोटी हैं,  वह भी इंतजार कर रहे हैं। इसके साथ ही बैच 2013 के प्रमोटी आईएएस व एडीएम पवन जैन भी कतार में हैं। इसके साथ ही अपर कलेक्टर अभय बेड़ेकर, अजय शर्मा को बैच 2014 मिला हुआ है, डॉ. वरदमूर्ति मिश्र को भी इसी बैच का आईएएस अवार्ड हुआ था। इसके साथ ही डायरेक्ट आईएएस बैच 2013 की रजनी सिंह (एडिशनल कमिश्नर राजस्व इंदौर), बैच 2014 की भव्या मित्तल (एडिशनल कमिश्नर निगम), बैच 2014 की ही तन्वी हुड्डा (एडिशनल कमिश्नर वाणिज्यिक कर) भी कतार में हैं।


यह अधिकारी कार्यशैली से मजबूत
आईएएस मनीष सिंह, कुमार पुरुषोत्तम, मनोज पुष्प, दिनेश जैन ऐसे अधिकारी हैं, जो अपनी मजबूत कार्यशैली के चलते वर्तमान में कलेक्टरी कर रहे हैं।


इस तरह बढ़ती गई आईएएस अधिकारियों की बैच
वर्ष 2007 के पूर्व दस से कम आईएएस होते थे इसके बाद की स्थिति
साल 2007- डायरेक्ट आईएएस 6, प्रमोटी 7 कुल 13 अधिकारी
साल 2008- डायरेक्ट आईएएस 13, प्रमोटी 8 कुल 21 अधिकारी
साल 2009- डायरेक्ट आईएएस 12, प्रमोटी 11, कुल 23 अधिकारी
साल 2010- डायरेक्ट आईएएस 10., प्रमोटी 11, कुल 21 अधिकारी
साल 2011- डायरेक्ट नौ, प्रमोटी 17 कुल 26 अधिकारी
साल 2012 -डायरेक्ट 16, प्रमोटी 17, कुल 33 अधिकारी
साल 2013- डायरेक्ट 16, प्रमोटी 10, कुल 26 अधिकारी
साल 2014-डायरेक्ट 16, प्रमोटी 7, कुल 23 अधिकारी