नेताओं ने कराई मप्र भाजपा संगठन की किरकिरी
भोपाल । भारतीय जनता पार्टी का संगठन मप्र में सबसे मजबूत माना जाता है, लेकिन पार्टी के नेता संगठन की छवि को नुकसान पहुंचाने में लगे हैं। यही वजह है कि संगठन में बड़े औहदों पर बैठे नेताओं के एक के बाद एक कारनामे सामने आ रहे हैं। संगठन की छवि बचाने के लिए कर्ता-धर्ताओं को इन नेताओं पर कार्रवाई भी करनी पड़ रही है। 5 महीने पहले ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष की कथित तस्वीरें सामने आने के बाद पार्टी से बाहर कर दिया था। हाल ही में अजा और महिला मोर्चा भी विवादों में पड़ गए हैं। हालांकि संगठन ने अभी इन दानों मामलों में कोई कार्रवाई नहीं की है।
भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के नेता की वजह से संगठन की देशभर में किरकिरी हुई है। दरअसल, मोर्चा के सह मीडिया प्रभारी दीपक कुमरे की कार्यालय के भीतर घुसकर चप्पलों से जमकर मारपीट की गई है। दीपक ने खुद को भाजपाई और वरिष्ठ नेताओं का करीबी बताकर काम कराने के नाम पर 5 लाख रुपए लिए थे। जब काम नहीं हुआ तो दीपक ने पैसा भी नहीं लौटाए। पीडि़तों को चार साल तक अपने रसूख के दाम पर टालता रहा। आखिर पीडि़तों ने गुस्से में आकर दीपक की भाजपा कार्यालय में घुसकर फिल्मी स्टाइल में मारपीट कर दी। खास बात यह है कि इस मामले में मप्र भाजपा की ओर से पुलिस में किसी तरह की शिकायत दर्ज नहीं की गई है। अजा मोर्चा अध्यक्ष कैलाश जाटव की ओर से सिर्फ इतना कहा गया है कि दीपक को बाहर कर दिया है।
भाजपा सूत्र बताते हैं दीपक अजा मोर्चा अध्यक्ष कैलाश जाटव का करीबी है। जाटव ने ही उसे मोर्चा में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दे रखी थी। सूत्रों ने बताया कि दीपक लोगों के काम कराने के लिए मोर्चा के नाम पर मंत्रियों को सिफारिशी पत्र लिखता था। इसकी जानकारी मोर्चा के वरिष्ठ पदाधिकारियों तक थी। जिन लोगों ने उसके साथ पैसों के लेनदेन को लेकर मारपीट की, उसकी जानकारी भी नेताओं को भी। इसके बावजूद भी वह मोर्चा के नेताओं का खास बना रहा।
भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष माया नारोलिया भी विवादों में घिर गई है। हाईकोर्ट ने माया नारोलिया के खिलाफ आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ में वर्ष 2016 में दर्ज मामले में कार्यवाही करने के लिए आदेश दिए है। कोर्ट ने ईटोडब्ल्यू डीजी को भी निर्देशित किया है कि वह याचिकाकर्ता से संपर्क कर 3 माह के अंदर प्रकरण की सुनवाई कर निराकरण करे। कोर्ट के आदेश के बाद याचिकाकर्ता सीतासरन पांडे ने ईओडब्लू से पूर्व नपाध्यक्ष होशंगाबाद माया नारोलिया के विरूद्ध दर्ज आर्थिक अपराध प्र.क्र. 82/2016 पर वैधानिक कार्रवाई के लिए पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है। नारालिया पर आरोप हैं कि उन्होंने होशंगाबाद नपा अध्यक्ष रहने जमकर भ्रष्टाचार किया। अपने रिश्तेदारों को नपा में नौकरी दी। वर्ष 2009 के बाद से अपने सगे रिश्तेदारों के नाम से 3 फर्मों में रजिस्ट्रेशन कराकर शहर में कंस्ट्रशन कार्य कराया था। ईओडब्ल्यू ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की तो हाईकोर्ट ने जांच एजेंसी को कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के लगातार दूसरी बार अध्यक्षे बने भगत सिंह कुशवाह को पार्टी ने 5 महीने पहले कर्थित तस्वीरें वायरल होने के बाद बाहर का रास्ता दिखा दिया था। कुशवाह के इस कृत्य की वजह से संगठन की जमकर बदनामी हुई। साथ ही मोर्चा की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठे थे। यह बात यह अलग है कि मोर्चा अध्यक्ष रहते भगत सिंह कुशवाह के कई नेताओं को भोजन पर आमंत्रित कर चुका था।