प्रदेश में आज से होगी राहत की बारिश
भोपाल । बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया सिस्टम के कारण महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ से सटे मध्यप्रदेश के इलाकों में बारिश हो रही है। अगले 24 घंटे तक यहां पर रिमझिम बारिश के आसार बने रहेंगे। सोमवार को नया सिस्टम एक्टिव हो जाएगा। यह उड़ीसा के पास बन रहा है। इससे भोपाल-इंदौर समेत प्रदेशभर में सोमवार को जमकर बारिश होगी। उसके बाद भोपाल समेत 5 संभागों में 48 घंटे तक बारिश का जोर रहेगा। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि यह सितंबर का सबसे स्ट्रांग सिस्टम है। तीन दिन तक प्रदेश के कई इलाकों में अच्छी बारिश होगी। 13 और 14 सितंबर को इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और चंबल के कुछ इलाकों को छोड़कर अच्छी बारिश की उम्मीद है। नए सिस्टम के बनने के पहले रविवार को भी प्रदेश के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश रहेगी। दिन में धूप और उमस परेशान कर सकती है। उमस अधिक होने पर पर दोपहर बाद कहीं-कहीं बारिश हो सकती है। मध्यप्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ से सटे कुछ इलाकों में रिमझिम से मध्यम बारिश हुई। अगले 5 दिन भोपाल, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल, निवाड़ी, दमोह, पन्ना, टीकगमढ़, सागर, छतरपुर, सिंगरौली, सीधी, सतना, रीवा, मंडला, सिवनी, नरसिंहपुर, बालाघाट, जबलपुर, छिंदवाड़ा, कटनी, डिंडोरी, शहडोल, अनूपपुर, उमरिया, श्योपुरकलां, मुरैना, भिंड, शिवपुरी, ग्वालियर, गुना, अशोक नगर, झाबुआ, खरगौन, खंडवा, बुरहानपुर, बड़वानी, अलीराजपुर, इंदौर, धार और राजगढ़ में कहीं-कहीं बारिश होगी।
नया सिस्टम स्ट्रांग बन रहा
मध्यप्रदेश के लिए एक नया सिस्टम बन रहा है। स्ट्रांग होने के कारण इससे प्रदेश के अधिकांश इलाकों में बारिश होगी। बंगाल की खाड़ी में बनने के कारण जबलपुर के रास्ते मध्यप्रदेश में बारिश शुरू हो गई है। अगले 24 घंटे में यह लो प्रेशर एरिया पूरी तरह तैयार हो जाएगा। उसके बाद ही प्रदेश भर में जमकर बारिश होने की संभावना है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, सागर, बैतूल और नर्मदापुरम में बारिश का जोर ज्यादा रहेगा। कहीं-कहीं भारी हो सकती है। अभी ट्रफ लाइन काफी ऊपर यूपी की तरफ है। यह 12 सितंबर तक मध्यप्रदेश के ग्वालियर-चंबल में नीचे आ जाएगी। इससे दूसरा सिस्टम 12 सितंबर से सक्रिय हो जाएगा। जो तीन दिन तक ग्वालियर, चंबल, बुंदेलखंड, बघेलखंड, भोपाल, उज्जैन, इंदौर, सागर, रायसेन, विदिशा, गुना समेत कई इलाकों में बारिश कराएगा। कहीं-कहीं भारी बारिश के आसार बन सकते हैं।