मप्र बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा की पत्नी का ट्विटर अकाउंट डिएक्टिवेट
भोपाल मुस्लिम दवा दुकानदार की तारीफ कर ट्रोल हुईं मप्र भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा की पत्नी डॉ. स्तुति मिश्रा ने अब अपना ट्विटर अकाउंट बंद कर दिया है। जिसके बाद इसे राजनीतिक मुद्दा बनाते हुए कांग्रेस अब हमलावर हो गई है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने इस मामले में ट्वीट कर लिखा- 'अभी तक तो भाभीजी का ट्वीट ही अचानक गायब हुआ था, अब तो ट्विटर अकाउंट भी नहीं दिख रहा है…? एक स्वतंत्र देश में विचारों की स्वतंत्रता तो सभी को है...। दिल्ली से लेकर प्रदेश में आपकी सरकार, जब आप खुद अपने दिल के विचार नहीं लिख सकते हैं तो बाकी का तो फिर सोचा ही जा सकता है?' एक अन्य ट्वीट में सलूजा ने लिखा था- 'भाभीजी, आपने दिल की आवाज बयां की, लेकिन विचारधारा के कारण आपको उसे हटाना पड़ा। अच्छा होता कि आप सच पर कायम रहतीं, ऐसे लोगों को मुखरता से जवाब देतीं लेकिन मुसीबत कहीं और आ जाती।'
भाभीजी, एक दिन शर्मा भाईसाहब भी समझेंगे
मध्यप्रदेश कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी और मीडिया इंचार्ज केके मिश्रा ने भी इस मामले को लेकर ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा- नफरत फैलाने की वैचारिक शिक्षा देने वाली छत के नीचे सत्य स्वीकारने व वैमनस्यता के खिलाफ शांतिदूत भी। भाभीजी आपके अदम्य साहस को सलाम। ट्वीट डिलीट करने की मजबूरी भी लाजमी थी, किन्तु एक दिन वीडी शर्मा भाईसाहब भी समझेंगे।
ये है पूरा मामला?
ये पूरा विवाद 16 अप्रैल को वीडी शर्मा की पत्नी स्तुति मिश्रा के किए एक ट्वीट से शुरू हुआ था। स्तुति ने जबलपुर से रात 11.28 बजे एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा- 'मुझे कल रात को दवाई की जरूरत थी और सभी दुकानें बंद हो चुकी थीं। रात 11.30 बजे एक मुस्लिम की दवा दुकान खुली हुई थी। ड्राइवर और मैं उस दुकान पर पहुंचे और दवाई खरीदी। उसने कहा कि दीदी इस वाली दवाई से नींद ज्यादा आती है, कम ड्रॉप दीजिएगा। वह बहुत केयरिंग था और वह मुस्लिम था।'
लोगों ने ट्रोल किया तो ट्वीट डिलीट कर दी सफाई
इस ट्वीट पर लोगों के अच्छे-बुरे रिएक्शन आने लगे। पार्टी और विपक्ष के नेताओं ने भी कई तरह की बातें कही। जिसके बाद ट्विटर पर की अपनी इस पोस्ट को उन्होंने डिलीट कर दिया। इसके अगले ही दिन उन्होंने पुराने ट्वीट को डिलीट करने की वजह बताते हुए लिखा- 'पिछला ट्वीट अनावश्यक अराजकता फैला रहा था, इसलिए डिलीट करना पड़ा। धार्मिक लड़ाई के विषय पर विचार साझा करना मुश्किल है। मेरा मकसद किसी को ठेस पहुंचाने का नहीं था। बाकी सब कर्म पर छोड़ देते हैं। जय महाकाल।' डॉ. स्तुति जबलपुर के जवाहरलाल नेहरू एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (JNKV) में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। उन्होंने अगस्त 2020 में ही ट्विटर जॉइन किया था।
आतंकवाद का धर्म नहीं होता
स्तुति के इस ट्वीट पर दिल्ली BJP के प्रवक्ता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने स्तुति के ट्वीट को कोट करते हुए लिखा- केमिस्ट का धर्म था, लेकिन आतंकवाद का धर्म नहीं होता।
वीडी शर्मा बोले- वो एक स्वतंत्र नागरिक
वीडी शर्मा ने मंगलवार को एक बयान में कहा- स्तुति भी अपने आप में एक स्वतंत्र नागरिक है। उसने कुछ इस तरह का ट्वीट कर दिया। उसे डिलीट करने के बाद उसको लेकर लिखा भी। उसकी ये भावनाएं ही नहीं थी। इसलिए इस पर इतना ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए। मुझे बहुत कुछ कहने की जरूरत नहीं है।
स्तुति के पिछले कई ट्वीट भी चर्चा में रहे
बेरोजगारी पर भी स्तुति ने 1 अप्रैल को ट्वीट किया था। बेरोजगारी की समस्या पर उन्होंने देवी प्रसाद मिश्र की कविता पोस्ट की थी।12 अप्रैल को ट्वीट कर लिखा- क्यूं लड़ती है दुनिया मजहब पर... ये बात समझ नहीं आती है। मजहब पर लड़ना तो ना गीता ना कुरान सिखाती है।