चार स्टेशनों पर वाहन पैकिंग का काम निजी एजेंसी के हवाले
भोपाल ।अब रेलवे स्टेशनों पर वाहनों की पैकिंग में दलाली से मिलेगी मुक्ति मिल जाएगी। प्रदेश के चार रेलवे स्टेशनों पर वाहन पैकिंग का काम अब निजी एजेंसी के हवाले कर दिया गया है।इसका फायदा ट्रेनों के जरिए एक से दूसरे शहर में वाहन भेजने वालों को होगा। इन्हें दलालों से छुटकारा मिलेगा। पैकिंग दरें रेलवे की होंगी, जो कि तय कर दी है। पहले चरण में भोपाल, इटारसी, बीना व गुना में एजेंसियों को काम दिया जा रहा है। अनुबंध की प्रक्रिया चल रही है। अभी इन स्टेशनों पर दलाल सक्रिय है, जो मनमाना शुल्क लेते हैं। लोग परेशान होते हैं। बता दें कि इन चारों स्टेशनों से रोजाना 100 से 1500 दो पहिया वाहन पुणे, बेंगलुरू, दिल्ली, मुंबई, प्रयागराज, चेन्नई, पटना समेत अन्य शहरों के लिए बुक किए जा रहे हैं। वाहनों को ट्रेनों में चढ़ाने से पहले विधिवत पैक करना पड़ता है, पेट्रोल टंकी खाली करनी पड़ती है। वाहनों को नुकसान न हो इसलिए पैकिंग जरूरी है। अभी भोपाल समेत अन्य स्टेशन के पार्सल कार्यालय में लोग स्वयं से वाहन पैक करके लाते हैं। ऐसा नहीं कर पाने वालों को स्टेशनों पर वाहन पैक कराने पड़ते हैं। इसके लिए रेलवे की ओर से कोई व्यवस्था नहीं है। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि एजेंसियों को काम देने की प्रक्रिया चल रही है। भोपाल समेत सभी चार स्टेशनों पर एजेंसियों को 80 स्क्वेयर फीट जगह दी जाएगी। इन्हें चौबीस घंटे काउंटर खोलकर रखने होंगे। अपने कर्मचारी भी तैनात करने होंगे। वाहन पैक करते समय खरोंच न आए, उन्हें नुकसान न पहुंचे, इस बात का ध्यान रखना होगा। वाहन की पैकिंग कराने वालों को बिल दिए जाएंगे। दलालों वाली व्यवस्था खत्म करने के लिए बिल अनिवार्य किए हैं इसलिए बिल लेना न भूलें। लोगों की सुविधा के लिए नंबर भी जारी करने होंगे। यहां करें शिकायतट्रेनों के जरिए माल बुकिंग कर भेजने वालों को किसी भी तरह कोई असुविधा होती है तो वे रेल सुविधा नंबर 139, रेलवे के टि्वटर हैंडल व कार्यालय में शिकायत कर सकते हैं।पार्सल कार्यालय के सामने बोर्ड लगाकर उस पर चार तरह की पैकिंग की दरें सार्वजनिक करनी होगी। इस दर से अधिक रुपये लेने पर कार्रवाई होगी।