महाशिवरात्रि पर करें भगवान महाकाल के दर्शन
उज्जैन । ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि के लिए शुक्रवार 2:30 बजे मंदिर के पट खुले। इसके बाद भगवान महाकाल की भस्म आरती की गई। शनिवार तड़के चार बजे से आम भक्तों को मंदिर में प्रवेश शुरू हुआ। 19 फरवरी की रात 11 बजे मंदिर के पट बंद होने तक सतत 44 घंटे दर्शन का सिलसिला चलेगा। इस दौरान चार प्रहर भगवान महाकाल की पूजा अर्चना की जाएगी। पट खुलने से पहले ही रात से ही दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की कतार लग गई थी। जैसे-जैसे समय बितता गया दर्शनों के लिए भक्तों की कतार भी लगातार बढ़ती चली गई।
दर्शन के लिए यहां से मंदिर में प्रवेश करें
कर्कराज मंदिर पार्किंग के सामने गंगौत्री गार्डन से मंदिर में प्रवेश के लिए द्वार निर्धारित है। यहां से चारधाम मंदिर के सामने जिगजेग से त्रिवेणी संग्रहालय, महाकाल महालोक होते हुए मान सरोवर गेट से मंदिर में प्रवेश करेंगे। इसके बाद फैसिलिटी एक से परिसर में होते हुए कार्तिकेय व गणेश मंडपम् से भगवान महाकाल के दर्शन करते हुए निर्गम द्वार व पांच नंबर गेट से बाहर निकलेंगे।
यहां वाहन पार्क करें दर्शनार्थी
-कर्कराज पार्किंग पर समस्त वाहनों का पार्क कर सकते हैं।
-कलोता समाज धर्मशाला में दो पहिया वाहनों की पार्किंग रहेगी।
इंदौर रोड से आने वाले वाहन यहां पार्क होंगे
-रुद्राक्ष होटल के दाहिनी ओर शिन मंदिर परिसर।
-इंजीनियरिंग कॉलेज के समीप हाउसिंग बोर्ड मैदान
-हरिफाटक पुल के नीचे हाट बाजार मैदान।
-मन्नत गार्डन
देवास, मक्सी व आगर रोड से आने वाले वहन
-शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय मैदान
- प्रशांति धाम पार्किंग
बड़नगर, नागदा रोड से आने वाले वाहन
-मुल्लापुरा पार्किंग
-कार्तिक मेला मैदान
-आदिनाथ जैन पार्किंग
-उदासिन अखाड़ा व निर्मोही अखाड़ा बड़नगर रोड
निश्शुल्क बस सुविधा उपलब्ध रहेगी
दर्शनार्थियों को उक्त पार्किंग स्थल से नि:शुल्क वाहन सेवा मिलेगी। पार्किंग स्थल पर अपने वाहन पार्क करने के बाद श्रद्धालु बसों में बैठकर मंदिर पहुंचेंगे। दर्शन के उपरांत मंदिर से निश्शुल्क बस मिलेगी, जो भक्तों को पुन: अपने-अपने पार्किंग स्थल पर पहुंचाएगी।
अलग-अलग रंग के जूता स्टैंड, टोकन भी उसी रंग का
-काले रंग का जूता स्टैंड : इंदौर रोड की ओर से आने वाले दर्शनार्थियों के लिए भील समाज धर्मशाला में काले रंग का जूता स्टैंड स्थापित किया गया है।
-लाल रंग का जूता स्टैंड : बड़नगर की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए नृसिंह घाट के समीप लालरंग का जूता स्टैंड स्थापित है।
-नीले रंग का जूता स्टैंड : शहर की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए हरसिद्धि की पाल पर नीले रंग का जूता स्टैंड रहेगा।
यह सुविधाएं निश्शुल्क
-मंदिर परिक्षेत्र, पार्किंग व अन्य चयनित स्थानों पर 24 घंटे निश्शुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध रहेगी।
-बड़े गणेश मंदिर के समीप मंदिर समिति के अन्नक्षेत्र में निश्शुल्क फलाहारी की व्यवस्था रहेगी।
-पेयजल के लिए दर्शनार्थियों को पानी की बॉटल उपलब्ध कराई जाएगी। प्रशासन ने प्रत्येक 200 मीटर की दूरी पर नल भी लगाए हैं।
-भक्तों को नि:शुल्क पार्किंग व नि:शुल्क बस सेवा की सुविधा भी मिलेगी।
कब-कब होगी भगवान की पूज
-गुरुवार रात 2:30 बजे पट खुलने के बाद भगवान महाकाल की भस्म आरती।
-शुक्रवार सुबह 7.30 बजे नित्य आरती होगी।
-दोपहर 12 बजे तहसील की ओर से शासकीय पूजा होगी।
-दोपहर तीन बजे से शनि प्रदोष की विशेष पूजा व रुद्र पाठ होगा।
-शाम छह बजे से सिंधिया व होलकर स्टेट की ओर से पूजा की जाएगी।
-शाम 7:30 बजे से नित्य संध्या आरती होगी।
-रात 11 बजे से महानिषा काल में महाकाल की महापूजा शुरू होगी, जो सारी रात चलेगी।
-रात्रिपर्यंत पूजा के बाद शनिवार तड़के 4 बजे भगवान के शीश सेहरा सजाया जाएगा।
-सुबह छह बजे सेहरा आरती होगी।
-दोपहर 12 बजे दिन में एक बार होने वाली भस्म आरती होगी।
-दोपहर दो बजे भोग आरती के बाद शिवरात्रि महापर्व संपन्न होगा