पश्चिम बंगाल के राज्यपाल पर छेड़खानी का आरोप
नेशनल डेस्क: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ सीवी आनंद बोस के खिलाफ एक महिला ने छेड़खानी का आरोप लगाया है। दरअसल, गुरुवार रात एक महिला हेयर स्ट्रीट पुलिस थाने पहुंची और आरोप लगाया कि उसके साथ छेड़छाड़ हुई है। जानकारी के मुताबिक महिला राजभवन में अस्थायी कर्मचारी के तौर पर काम करती है। हालांकि पुलिस ने एफआइआर दर्ज नहीं की है लेकिन शिकायत की कॉपी लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस के मुताविक शिकायत में पीड़िता ने बताया कि वह राजभवन में अस्थायी कर्मचारी हैं। राजभवन में काम करने के दौरान उन्हें विभिन्न तरीके से परेशान किया जाता था। उनके साथ छेड़खानी तक की गई। बाध्य होकर लिखित शिकायत लेकर वह हेयर स्ट्रीट थाने में पहुंची
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने शुक्रवार को राजभवन में महिला कर्मी से कथित तौर पर दुर्व्यवहार करने को लेकर राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस को आड़े हाथों लिया। पूर्वी बर्धवान जिले में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए ममता ने कहा कि राजभवन में महिला के साथ छेड़छाड़ की खबर सुन उनका दिल रो रहा है। उन्होंने इसे शर्मनाक करार दिया। कल, महिला की व्यथा सुन मेरा दिल से पड़ा। मैंने उसके आरोप का वीडियो देखा। संदेशखालि पर बात करने से पहले भाजपा को यह जवाब देना चाहिए कि राज्यपाल ने राजभवन में काम करने वाली महिला के साथ ऐसा क्यों किया।" ममता ने आश्चर्य जताया कि "कल रात राजभवन में आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस मुद्दे पर एक शब्द भी क्यों नहीं बोला।" उन्होंने कहा, "महिला रोती हुई बाहर आई और कहा कि वह अब राजभवन में काम करने को लेकर बहुत ही भयभीत है।
राजभवन ने आरोपों का किया खंडन
वहीं राजभवन की ओर से इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा गया है कि यह राज्यपाल को बदनाम करने की साजिश है। राज्यपाल बोस ने कहा कि वह मनगढ़ंत आरोपों से नहीं डरेंगे और सच्चाई की जीत होगी। एक बयान में उन्होंने कहा सच्चाई की जीत होगी। मैं गढ़ी गई कहानियों से डरने वाला नहीं हूं। अगर कोई मुड़ो बदनाम करके कुछ चुनावी लाभ चाहता है, तो भगवान उन्हें आशीर्वाद दें। लेकिन वे बंगाल में भ्रष्टाचार और हिंसा के खिलाफ मेरी लड़ाई को नहीं रोक सकते। राजभवन से जारी एक बयान में कहा गया है कि दो असंतुष्ट कर्मचारियों द्वारा किए जा रहे कुछ अपमानजनक कृत्यों के बाद, राजभवन के कर्मचारियों ने उनके (राज्यपाल के) साथ एकजुटता व्यक्त की। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उन्हें एक शिकायत मिली है और वे इसकी जांच कर रहे हैं।