क्या राजस्थान में निर्दलीय बनेंगे किंगमेकर? रुझानों में सामने आई बड़ी तस्वीर
राजस्थान में निर्दलीय प्रत्याशी किंगमेकर बनते दिख रहे हैं. ताजा रुझानों के अनुसार राजस्थान में 199 में से 124 सीटों पर के ट्रेंड्स सामने आए हैं. इसमें से बीजेपी 65, कांग्रेस 50 और निर्दलीय 9 पर आगे हैं. राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने कल देर रात तक अपने समर्थकों से बातचीत की है. फोन के माध्यम से निर्दलीयों को भी साधने का प्रयास किया है.
निर्दलियों को साधने की कोशिश में लगीं वसुंधरा राजे सिंधिया
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) ने कल देर रात तक अपने समर्थकों से बातचीत की है. फोन के माध्यम से निर्दलीयों को भी साधने का प्रयास किया है. इतना ही नहीं सुबह वह खुद मोती डूंगरी गणेश जी जाकर पूजा पाठ करने के बाद मेहंदीपुर बालाजी गईं. उसके बाद से उनके टीम देर रात एक्टिव रही है. पूर्व सीएम निर्दलीयों और अपने लोगों से संपर्क में रही हैं. इतना ही नहीं बानसूर से चुनाव लड़ने वाले रोहित शर्मा का कहना है, यदि मैडम कहती हैं तो सबसे पहले उनके पक्ष में मतदान करने जाऊंगा. इसलिए, यहां सियासी हवा तेज हो गई है.
राजस्थान में आज चुनावी नतीजे आ जाएंगे. प्रदेश में शुरुआती रूझान आने शुरू हो गए हैं. प्रदेश की शुरुआती रुझानों में बीजेपी और कांग्रेस में कांटें की टक्कर दिखाई दे रही है. हालांकि ये अभी शुरुआती रूझान हैं. दोपहर तक प्रदेश की चुनावी तस्वीर साफ होती चली जाएगी और पता चल जाएगा कि अगले पांच सालों के लिए जनता ने प्रदेश की बाग डोर किस पार्टी के हाथ में सौंपी है. प्रदेश में मुख्य मकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही है. बीजेपी के नेता जहां राजस्थान की सत्ता में वापसी का दावा कर रहे हैं, वहीं प्रदेश के मुखिया सीएम अशोक गहलोत और कांग्रेस नेता प्रदेश में सरकार के रीपीट होने की बात कह रहे हैं.
कांग्रेस की सत्ता में वापसी की कोशिश
कांग्रेस राजस्थान में दोबारा सत्ता हासिल करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. वहीं भगवा दल की कोशिश है कि प्रदेश में कांग्रेस से सत्ता छीनी जाए. बता दें राजस्थान में 25 नवंबर को एक ही चपण में वोट डाले गए. यहां की 200 में से 199 सीटों पर मतदान कराए गए. राजस्थान में 74 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ. गौरतलब है कि साल 2018 में राजस्थान में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनी थी. कांग्रेस को इस चुनाव में 99 सीटें हासिल हुई थी. वहीं बीजेपी को 73 सीटेंं मिली थीं.