जाने को-एप्लीकेंट के फायदे
होम लोन के लिए कई जरूरी शर्तें पूरी करनी होती हैं. ये शर्तें बैंक की तरफ से तय की जाती हैं. इसमें सबसे अहम है क्रेडिट स्कोर . क्रेडिट स्कोर कम हो तो होम लोन मिलने में परेशानी होगी. बैंक लोन देने से कतराएंगे. दूसरी शर्त आपकी अच्छी सैलरी या अच्छी कमाई है. अच्छी कमाई उस सूरत में जब आप स्व-रोजगार वाले हैं. इन शर्तों को पूरा न किया जाए तो होम लोन मिलना मुश्किल है. इस परेशानी को दूर करने के कई उपाय बताए जाते हैं. जैसे कम लोन के लिए अप्लाई करना, को-एप्लीकेंट जोड़ना, सिक्योर्ड लोन के लिए अप्लाई करना और एनबीएफसी में आवेदन करने की सलाह दी जाती है.
इस सभी उपायों में सबसे अहम है को-एप्लीकेंट जोड़ना. यह काम आसान है जिसे पूरा कर आप बड़ी राशि का होम लोन आसानी से ले सकते हैं. अब सवाल है कि किसे को-एप्लीकेंट बनाया जा सकता है. यह बात अलग-अलग बैंकों के नियमों पर निर्भर करता है. सामान्य तौर पर देखें तो पति-पत्नी, बेटा और बाप, माता-पिता और उनकी अविवाहित बेटी आदि को को-एप्लीकेंट की श्रेणी में रखा जाता है. पति-पत्नी की जोड़ी को को-एप्लीकेंट के लिए सबसे सटीक जोड़ी मानते हैं. यही जोड़ी होम लोन के लिए सबसे अधिक अप्लाई भी करती है. यानी अधिकांश लोग पति या पत्नी को ही को-एप्लीकेंट बनाते हैं.