मुख्यमंत्री चौहान ने किया पौध-रोपण
भोपाल : मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रतिदिन पौध-रोपण के अपने संकल्प में आज बालाघाट जिले में कान्हा नेशनल पार्क के मुक्की गेट परिसर में पौध-रोपण किया। पौधे रोपने के बाद उन्होंने स्थानीय ग्रामीणों से मुलाकात और बातचीत की।
स्व-सहायता समूह की महिलाओं से चर्चा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आजीविका मिशन से जुड़ी स्व-सहायता समूह की महिलाओं से भी बात की। महिलाओं ने बताया कि उनके समूह द्वारा बैगा-हाट का संचालन किया जा रहा है। इसमें हर दिन बैगा नृत्य की प्रस्तुति से पर्याप्त आय हो सकती है। इसलिए बैगा हाट में हर दिन बैगा नृत्य शुरू कराया जाए। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के होने से स्थानीय समुदाय भी हाट में आने के लिए प्रेरित होगा जो स्व- सहायता समूह की आमदनी को बढ़ाने में सहायक होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्व-सहायता समूह की महिलाओं से कहा कि उन्हें आत्म-निर्भर बनाने के लिए हाट में आंचलिक लोक-नृत्य की प्रस्तुति और तत्परता से काम किया जाना आवश्यक है। इस संबंध में संबंधित विभाग और स्थानीय प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को पूर्व में निर्देश दिए गए हैं।
प्रत्येक व्यक्ति पेड़ अवश्य लगाए
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुक्की गेट परिसर में अपने परिवार के साथ अमरूद, आँवला,जामुन और आम के पौधों का रोपण किया। उन्होंने कहा कि पेड़ केवल हमें जीवन ही नहीं देते, बल्कि वर्षा-जल को अवशोषित कर भू-जल स्तर बढ़ाते हैं और वर्षा के रूप में जल भी प्रदान करते हैं। वृक्ष चिड़ियों को आश्रय देते हैं। साथ ही कीट-पतंगों आदि कई जिंदगियों का भी आश्रय स्थल होते हैं। आने वाली पीढ़ियों तथा सुरक्षित जीवन के लिए हमें पेड़ लगाना चाहिए। उन्होंने सभी से आहवान किया कि हर व्यक्ति पेड़ लगाए। शादी-विवाह, जन्म-दिन, माता-पिता की पुण्य-तिथि और अन्य अवसरों पर वृक्ष लगाना चाहिए।
पौधों का महत्व
अमरूद का प्राचीन संस्कृत नाम अमृत या अमृत फल है। अमरूद का स्वाद खट्टा, मीठा और फीका दो-तीन तरह का होता है। स्वादिष्ट होने के साथ अमरूद औषधीय गुणों से भरपूर है। कई तरह की बीमारियों को दूर करने में लोग इसे घरेलू उपाय के रुप में इस्तेमाल करते हैं। आँवला को आयुर्वेद में अमृतफल या धात्रीफल कहा गया है। आँवला का नियमित सेवन शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाता है। आँवला न सिर्फ त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद है, बल्कि कई तरह के रोगों के लिए औषधि के रूप में भी काम करता है। आँवला में प्रचुर मात्रा में विटामिन, मिनरल और न्यूट्रिएन्ट्स होते हैं, जो आँवला को अनमोल गुणों वाला बनाते हैं। इसी तरह जामुन एक सदाबहार वृक्ष है, जिसके फल बैंगनी रंग के होते हैं। यह वृक्ष भारत एवं दक्षिण एशिया के अन्य देशों तथा इण्डोनेशिया आदि में पाया जाता है। आम अपने स्वाद, सुवास और रंग-रूप के कारण फलों का राजा कहा जाता है। आम की लगभग एक हजार से अधिक किस्में हैं, जिनमें व्यापारिक दृष्टिकोण से 40-50 किस्में ही उपयुक्त पाई गई हैं। आम भारत वर्ष का सर्व-सुलभ और लगभग हर प्रांत में आसानी से लगाया जा सकने वाला फल है।