कांग्रेस अलग-अलग बनाएगी वचन पत्र
भोपाल । साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है। इसके लिए कांग्रेस प्रदेश और जिला स्तर पर अलग-अलग वचन पत्र बनाएगी। प्रदेश स्तर पर एक वचन पत्र अलग जारी किया जाएगा। इसके लिए कमल नाथ ने कल सलाहकार समिति के सदस्यों के साथ बैठक की। वचनपत्र में उन्हीं घोषणाओं को शामिल किया जाएगा, जिन्हें पूरा किया जा सके। इसके लिए उनके वित्तीय पक्ष का भी अध्ययन कराया जाएगा। इसमें कांग्रेस सरकार ने पूरा किए गए वचनों को ब्योरा रहेगा और भाजपा सरकार की असफलताओं को भी गिनाया जाएगा। महंगाई, बेरोजगार, अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग पर अत्याचार, ओबीसी आरक्षण, पुरानी पेंशन की बहाली, संविदा कर्मचारियों का नियमितीकरण, किसानों की ऋण माफी सहित अन्य मुद्दे प्रमुख रूप से शामिल किए जाएंगे। वचन पत्र की तैयारी को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने सलाहकार समिति के सदस्यों के साथ गुरुवार को पहली बैठक की। उन्होंने कहा कि वचन पत्र में जो भी प्रविधान किया जाए, उसका तार्किक आधार होना चाहिए।हमें सिर्फ लोकलुभावन घोषणाएं नहीं करनी हैं बल्कि हम जो भी वचन दें, उसकी पूर्ति का रोडमैप भी होना चाहिए। वचन को पूरा करने के लिए जो वित्तीय प्रविधान करने होंगे, उस पर भी विचार करना होगा। प्रत्येक जिले के लिए अलग वचन पत्र होगा। बैठक में कमल नाथ ने निर्देश दिए कि वचन पत्र तैयार करने के लिए प्रत्येक विभाग के कामकाज की समीक्षा करके विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाए। वचन पत्र सलाहकार समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने बताया कि समिति जिलों में जाकर आमजन से सुझाव लेगी। विषय विशेषज्ञों से चर्चा की जाएगी। बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, अरुण यादव, नेता प्रतिपक्ष डा. गोविंद सिंह, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, बाला बधान, विजयलक्ष्मी साधो, कमलेश्वर पटेल, सुखदेव पांसे, लाखन सिंह यादव, वीरेंद्र खोंगल, सैयद सजिद अली, वीके बाथम, भूपेंद्र गुप्ता, केदार सिंह सिरोही, जीएल सोनाने सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।